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महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना (Covid-19) के बढ़ते आंकड़ों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. केरल में सिर्फ एक दिन में 31 हजार से ज्यादा मामले दर्ज होने के बाद अब महाराष्ट्र सरकार भी सतर्क हो गई है. महाराष्ट्र में एक हफ्ते के बाद 5 हजार कोरोना मामले दर्ज हुए है. जिसे लेकर कैबिनेट की बैठक में तीसरी लहर की तैयारियों ओर विस्तार में चर्चा की गई.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केरल के स्वास्थ्य मंत्री से फोन पर बात करके इन बढ़ते आंकड़ों की वजह पूछी.इसका कारण ओणम त्यौहार और टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने को बताया गया . इसी कारण अब महाराष्ट्र में भी आने वाले दिनों में गणेशोत्सव, दही हांडी, दशहरा और दीवाली जैसे त्योहारों में अधिक सावधानी बरतने के लिए पाबंदियों पर फिर से विचार किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि, "केंद्र सरकार ने अनुमान जताया था की जून में तीसरी लहर में 60 लाख लोग संक्रमित हो सकते है. इसके 12 फीसदी क्षमता में ऑक्सीजन बेड्स की जरूरत लगेगी. लेकिन महाराष्ट्र में 1200 से 1300 मेट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन होता था. अब राज्य में 2000 मेट्रिक टन की उपलब्धता है."
स्वास्थ्य विभाग में 100 फीसदी रिक्त जगहों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गयी है. क्लास सी और डी की प्रवेश प्रकिया जल्द शुरू होगी. कुल 1200 डॉक्टर्स की भर्ती होनी है. 5 सितंबर से पहले उनकी कॉउंसलिंग पूरी कर उन्हें लेटर प्राप्त हो जाएंगे.
एक हजार एंबुलेंस खरीदी जा चुकी हैं. इसमें से 500 एंबुलेंस मुहैया कराई जा चुकी हैं और बाकी 500 सितंबर के अंत तक हर स्वास्थ्य केंद्र में पहुंच जाएंगी. महाराष्ट्र में शत-प्रतिशत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, अस्पतालों, जिला अस्पतालों को एंबुलेंस मिलेगी.
इसके अलावा सभी जिले के कलेक्टर को सर्क्युलर भेज कर सूचना दी है कि सभी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ का 5 सितंबर से पहले वैक्सीनेशन पूरा करना है . स्कूल खोलने के लिए यह पहला कदम उठाया जा रहा है. उसके बाद आगे की तारीख हालात के आधार पर तय की जाएगी.
साथ ही आनेवाले नगर निगम, जिला परिषद चुनावों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्री चुनाव आयोग से चर्चा करेंगे. कोरोना स्थिती को ध्यान में रखते हुए चुनावों के बारे में निर्णय लेने की मांग आयोग से की जाएगी.
वैक्सिनेशन को लेकर भी महाराष्ट्र सरकार केंद्र से वैक्सीन स्टॉक बढ़ाने की मांग कर रही है. सितंबर से महाराष्ट्र को 1.70 करोड़ डोज देने का आश्वासन दिया है. महाराष्ट्र प्रति दिन 15 लाख लोगों को टिका लगाने की क्षमता रखता है. अब तक 52 फीसदी लोगो को पहला डोज दिया जा चुका है. लेकिन खुराक के कमी के कारण टीकाकरण बंद करनी पड़ती है. तीसरी लहर से निपटने के लिए वैक्सिनेशन की अहम भूमिका है.
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