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कोरोना (COVID 19) का नया वेरिएंट सामने आने के बाद इससे जुड़े केस और कोरोना महामारी की दहशत ने एक बार फिर पैर फैलाना शुरू कर दिया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 29 नवंबर को चेतावनी दी कि कोविड -19 (COVID-19) के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) से संबंधित जोखिम "बहुत अधिक" है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसके बहुत तेज गति से फैलने की संभावना है.
आलम ये है कि इजरायल के बाद जापान ने भी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया है. वहीं भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी ओमिक्रोन के मद्देनजर नई गाइडलाइन्स जारी की है.
Omicron से संबंधित जोखिम को "बहुत अधिक" बताते हुए WHO ने सोमवार, 29 नवंबर को कहा कि Omicron वेरिएंट के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से फैलने की संभावना है और कुछ क्षेत्रों में इसके "गंभीर परिणाम" हो सकते हैं.
194 सदस्य देशों को अपने तकनीकी सलाह में संयुक्त राष्ट्र की इस स्वास्थ्य एजेंसी ने उनसे उच्च प्राथमिकता वाले समूहों के वैक्सीनेशन में तेजी लाने और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को बनाए रखने के लिए "मिटिगेशन प्लान को सुनिश्चित करने" का आग्रह किया है.
कोविड-19 के नए वेरिएंट के प्रसार पर चिंताओं के बीच महामारी की तैयारियों और प्रतिक्रिया पर चर्चा करने के लिए विश्व स्वास्थ्य सभा (WHA) की तीन दिवसीय विशेष सत्र की शुरुआत हो चुकी है.
जापान का कहना है कि वह कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए विदेशियों के प्रवेश पर रोक लगाएगा. इस वेरिएंट की खोज के बाद से अब तक के सबसे सख्त सीमा उपायों में जापान इजराइल के साथ शामिल हो रहा है.
लेकिन अब जापान ने घोषणा की है कि वो सख्त सीमा नियंत्रण बहाल करेगा और सभी विदेशी आगमन पर रोक लगाएगा.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रविवार, 28 नवंबर को दुनिया भर के देशों से ओमिक्रोन वेरिएंट पर चिंताओं के कारण दक्षिणी अफ्रीकी देशों पर उड़ान प्रतिबंध नहीं लगाने का आग्रह किया.
अफ्रीका के लिए WHO के रीजनल डायरेक्टर मात्शिदिसो मोएती ने देशों से ट्रैवेल बैन की जगह विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों का पालन करने का आह्वान किया. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों का पालन करने के लिए दक्षिण अफ्रीका की प्रशंसा की और कहा कि जैसे ही दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय प्रयोगशाला ने ओमिक्रोन वेरिएंट की पहचान की, उसने WHO को सूचित किया.
कोविड -19 के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के लिए बढ़ती चिंता के बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 28 नवंबर को भारत आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नए गाइडलाइन्स जारी किए, जो 1 दिसंबर से प्रभावी होंगे.
अगर यात्री पॉजिटिव टेस्ट करते हैं, तो उनके सैंपल को जीनोमिक अनुक्रमण के लिए INSACOG भेजा जाएगा और उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन के लिए भेजा जाएगा. यदि टेस्ट नेगेटिव आता है तो वे 7 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन का पालन करेंगे. 8वें दिन पुन: टेस्ट कराना होगा.
भारत के COVID-19 टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. एन के अरोड़ा ने बताया है कि भारत के वैक्सीनेशन पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) द्वारा अगले 2 सप्ताह में COVID-19 के लिए अतिरिक्त और बूस्टर डोज पर एक व्यापक नीति सार्वजनिक की जाएगी.
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