COVID-19 वायरस के ओमिक्रॉन (Omicron) वेरिएंट ने संभावित रूप से अधिक संक्रामक वेरिएंट होने की वैश्विक चिंता को जन्म दिया है और भारत समेत विश्व के तमाम देशों में फिर से महामारी के डर को बढ़ा दिया है. पहली बार दक्षिण अफ्रीका में सामने आया ओमिक्रॉन वेरिएंट तब से बेल्जियम, बोत्सवाना, जर्मनी, हांगकांग, इजराइल, इटली और यूनाइटेड किंगडम में दर्ज किया गया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा शुक्रवार, 26 नवंबर को ओमिक्रॉन वेरिएंट को "चिंताजनक वेरिएंट" करार दिया गया. अब भारत में भी इससे यह चिंता पैदा हो गई कि यह वैक्सीन सुरक्षा को लांघ सकता है और लगभग दो साल की COVID महामारी को लम्बा खींच सकता है. भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे और उससे जुड़े आपके सवालों के जवाब खोजने की कोशिश करते हैं.
ओमिक्रॉन वेरिएंट के मद्देनजर केंद्र सरकार ने राज्यों को क्या निर्देश दिए हैं ?
WHO द्वारा ओमिक्रॉन को "चिंताजनक वेरिएंट" के रूप में वर्गीकृत करने के साथ, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के माध्यम से आने वाले यात्रियों के विस्तृत ट्रैवल हिस्ट्री की समीक्षा करने और "जोखिम वाले" देशों के यात्रियों का कोविड टेस्ट सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सभी सैंपल जो कोविड-पॉजिटिव पाए जाते हैं, उन्हें जीनोम अनुक्रमण (genome sequencing) के लिए तुरंत भेजना होगा. मालूम हो कि जीनोम अनुक्रमण से है पता लगाया जा सकेगा कि यह ओमिक्रॉन वेरिएंट है या नहीं.
क्या भारत में नियमित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर लगी रोक और लंबी खिचेगी ?
भारत सरकार ने रविवार, 28 नवंबर को नियमित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने के निर्णय की समीक्षा करने का फैसला किया. इसके साथ-साथ बाहर से आने वाले यात्रियों के कोविड टेस्ट और निगरानी पर SOP को फिर से शुरू करने का भी फैसला लिया गया है, विशेष रूप से उन देशों के यात्रियों के लिए जहां ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले पाए गए हैं.
आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया है कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में निर्णय लिए गए और इसमें विभिन्न स्टेकहोल्डर्स ने भाग लिया. यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा COVID-19 वेरिएंट ओमिक्रॉन पर उच्च-स्तरीय समीक्षा के एक दिन बाद बुलाई गई थी.
गौरतलब है कि 20 महीने से अधिक के लंबे अंतराल के बाद, भारत सरकार ने 26 नवंबर को घोषणा की थी कि 15 दिसंबर से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों को फिर से शुरू किया जाएगा.
लेकिन विदेशों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच ये इंतजार और लंबा खिंच सकता है.
क्या वैक्सीन लगाए लोगों को ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण चिंता करनी चाहिए ?
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने शनिवार, 27 नवंबर को कहा कि नए COVID वेरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है और इसके बजाय लोगों से अनुरोध किया कि वे वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने में देरी न करें.
टाइम्स ऑफ इंडिया के रिपोर्ट के अनुसार ICMR में महामारी विज्ञान और संचारी रोगों के प्रमुख समीरन पांडा ने कहा कि
“वायरस में पाए जाने वाले संरचनात्मक परिवर्तन जरूरी नहीं कि चिंताजनक परिवर्तन को जन्म दें. यह जरूरी नहीं कि घातक हो या बीमारी के गंभीर रूप का परिणाम हो. अभी तक ऐसा कोई डेटा नहीं है. बेशक, हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा"
अब तक उपलब्ध जानकारी के आधार पर डॉ समीरन पांडा ने कहा कि “कोविड के खिलाफ mRNA वैक्सीन ओमाइक्रोन के खिलाफ शायद प्रभावी नहीं हो सकते हैं.
"mRNA वैक्सीनों को स्पाइक प्रोटीन और रिसेप्टर इंटरैक्शन की ओर निर्देशित किया जाता है. इसलिए mRNA वैक्सीनों को पहले से देखे गए इस बदलाव के आसपास ट्विक करने की आवश्यकता है. लेकिन सभी वैक्सीन समान नहीं हैं. कोविशील्ड और कोवैक्सिन हमारे सिस्टम में एक अलग एंटीजन के माध्यम से एंटीबॉडी उत्पन्न करते हैं."
ओमिक्रॉन वेरिएंट पर राज्य क्या कर रहे हैं ?
कर्नाटक
कोविड -19 मामलों में वृद्धि और ओमिक्रॉन वैरिएंट के डर के बीच कर्नाटक ने सर्विलांस तेज कर दिया है. सीएम बसवराज बोम्मई ने शनिवार, 27 नवंबर को स्वास्थ्य एवं आपदा विभाग के विशेषज्ञों के साथ बैठक की. राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को आगमन पर आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना अनिवार्य कर दिया है. इसने यह भी कहा कि केरल और महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों में कड़ी निगरानी की जानी चाहिए.
दिल्ली
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार, 28 नवंबर को कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के मद्देनजर डर और चिंता जरूरी है और सभी सरकारी विभाग हाई अलर्ट पर हैं. उन्होंने लोगों से आवश्यक सावधानी बरतने और अनावश्यक रूप से घुलने-मिलने से परहेज करने का भी आग्रह किया है.
दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा और तत्काल प्रभाव से नए वेरिएंट के मामलों वाले सभी क्षेत्रों से उड़ानें बंद करने का आग्रह किया. ANI की रिपोर्ट के अनुसार केजरीवाल ने लिखा कि "कोई भी देरी हानिकारक साबित हो सकती है".
महाराष्ट्र
BMC ने दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से यात्रा करने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इन तीनों देशों में भी ओमिक्रॉन वेरिएंट का पता चला है. इन देशों से आने वाले यात्रियों को मुंबई एयरपोर्ट पर अनिवार्य आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा.
राज्य सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, सभी घरेलू यात्रियों को भी या तो दोनों वैक्सीन डोज लगाया होना चाहिए या आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट प्रस्तुत करना होगा , जो 72 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए.
महाराष्ट्र सरकार ने सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने वाले लोगों और सरकारी कार्यालयों, दुकानों, मॉल आदि सहित सार्वजनिक स्थानों का उपयोग कर रहे लोगों के लिए भी पूर्ण वैक्सीनेशन अनिवार्य कर दिया है.
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