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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक उच्चस्तरीय बैठक कर देश में COVID-19 की मौजूदा स्थिति और टीकाकरण अभियान की समीक्षा की. इस दौरान पीएम मोदी ने निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए वितरण योजना तैयार की जाए, जिसमें ऑक्सीजन कन्संट्रेटर्स का प्रावधान भी शामिल हो.
पीएम मोदी का यह निर्देश ऐसे वक्त में सामने आया है, जब देश में COVID-19 की वजह से बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं, बहुत से हिस्सों में श्मशान दिन-रात काम करने के बावजूद भी भरे हुए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस की वजह से अब तक 266207 लोगों की मौत हुई है. हालांकि, मौत के आधिकारिक आंकड़ों पर लगातार सवाल उठते रहे हैं. कई विशेषज्ञों और अखबारों ने दावा किया है कि मौतों का असल आंकड़ा सरकारी आंकड़े से बहुत ज्यादा हो सकता है.
उन्होंने सभी जरूरी टूल्स के साथ आशा और आंगनवाड़ी वर्कर्स को सशक्त बनाने के बारे में बात की. पीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन और इलाज के लिए इलस्ट्रेशन्स के साथ-साथ आसान भाषा में दिशानिर्देश उपलब्ध कराए जाएं.
इसके अलावा PMO ने बताया,
PMO के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने कुछ राज्यों में बिना इस्तेमाल के स्टोरेज में पड़े वेंटिलेटर के बारे में रिपोर्ट्स को गंभीरता से लिया है और निर्देश दिया है कि केंद्र सरकार की ओर से मुहैया कराए गए वेंटिलेटर के इंस्टॉलेशन और ऑपरेशन का तत्काल ऑडिट किया जाना चाहिए.
बैठक के दौरान अधिकारियों ने राज्य और जिला स्तर पर COVID की स्थिति, टेस्ट, ऑक्सीजन की उपलब्धता, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे, टीकाकरण के रोडमैप पर विस्तृत प्रजेंटेशन दी.
पीएम को बताया गया कि देश में कोरोना टेस्टिंग तेजी से बढ़ी है, मार्च की शुरुआत में हर हफ्ते लगभग 50 लाख टेस्ट से अब संख्या बढ़कर लगभग 1.3 करोड़ टेस्ट प्रति हफ्ते हो गई है.
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