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कोरोना से हुई मौतों का जिम्मेदार एलोपैथी को बताने, फिर सफाई देने के बाद एक बार फिर रामदेव का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वे डॉक्टरों का मजाक उड़ाते नजर आ रहे हैं. लोगों को योग सिखाते हुए रामदेव ने मंच से ये दावा किया कि वैक्सीन लगाने के बाद भी 1000 डॉक्टरों की मौत हुई है. आगे डॉक्टरों का मजाक उड़ाते हुए रामदेव कहते हैं कि जो खुद को न बचा पाए तो कैसी डॉक्टरी?
पिछली बार डॉक्टरों को लेकर दिए बयान पर सफाई देते हुए रामदेव ने कहा था कि वे वॉट्सएप मैसेज पढ़ रहे थे, मंशा गलत नहीं थी. सवाल ये है इस बार लोगों को योग सिखाते हुए बाबा रामदेव ने अब किस वॉट्सएप मैसेज को पढ़ते हुए ये बात कही है और गलत आंकड़े पेश किए हैं?
रामदेव के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने ये वीडियो शेयर कर लिखा कि डॉक्टरों को लेकर ऐसा जहर उगलने की छूट पीएम मोदी कैसे दे सकते हैं?
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद ने वीडियो शेयर लिखा कि महामारी अधिनियम के तहत रामदेव की गिरफ्तारी होनी चाहिए.
वायरल हो रही क्लिप का पूरा वीडियो रामदेव के ही ट्रस्ट भारत स्वाभिमान के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है. वायरल हो रही क्लिप का अगला और पिछला हिस्सा देखने पर पता चलता है कि रामदेव को एक बच्चे के डॉक्टर बनने के सपने से दिक्कत है. इतनी दिक्कत है कि सैकड़ों लोगों को योगा सिखाते हुए मंच पर ये गलत आंकड़ा बोल दिया कि वैक्सीन लगाने के बाद भी 1 हजार डॉक्टरों की मौत हो गई.
1:15:40 घंटे का वीडियो गुजरने के बाद वही हिस्सा आता है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. रामदेव कहते हैं
सबसे बड़ा सवाल तो ये है कि खुद को बिना डिग्री वाला श्रेष्ठ डॉक्टर बताने की चाह में रामदेव ने आखिर किस आंकड़े, किस सोर्स के आधार पर कह दिया कि देश में 1000 डॉक्टरों की मौत वैक्सीन लगवाने के बाद हुई है. हमने वैक्सीन के साइड इफेक्ट से जुड़ी अलग-अलग रिपोर्ट्स सर्च कीं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट या किसी भी अन्य विश्वसनीय सोर्स पर हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली.
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