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सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने उम्मीद जताई है कि स्वास्थ्यकर्मियों और बुजुर्गों के लिए ऑक्सफोर्ड COVID-19 वैक्सीन अगले साल फरवरी तक और आम लोगों के लिए अप्रैल तक उपलब्ध होनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जनता के लिए जरूरी दो खुराक की कीमत करीब एक हजार रुपये होगी लेकिन यह ट्रायल्स के अंतिम नतीजों और नियामक की मंजूरी पर निर्भर करेगा.
उन्होंने कहा,‘‘ भारत के हर व्यक्ति को टीका लगाने में दो या तीन साल लगेंगे, यह केवल आपूर्ति में कमी के कारण नहीं बल्कि इसलिए कि आपको बजट, टीका ,साजो सामान, बुनियादी ढांचे की जरूरत है और फिर टीका लगवाने के लिए लोगों को राजी होना चाहिए और ये वो कारक हैं जो पूरी आबादी के 80-90 फीसदी लोगों के टीकाकरण के लिए जरूरी हैं.''
ऑक्सफोर्ड COVID-19 वैक्सीन 56-69 की उम्र के लोगों और 70 साल से ज्यादा के बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में अहम सुधार करने में कारगर रही है. यह जानकारी गुरुवार को पत्रिका ‘लैंसेट’ में प्रकाशित हुई.
यह वैक्सीन ज्यादा उम्र के लोगों में भी कोरोना वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर सकती है. रिसर्च करने वालों ने जिक्र किया कि यह निष्कर्ष ‘उत्साहजनक’ है क्योंकि ज्यादा उम्र के लोगों को COVID-19 संबंधी जोखिम ज्यादा होता है.
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