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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने नोवेल कोरोना वायरस से निपटने के लिए फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन के इमर्जेंसी यूज को अनुमति दे दी है. ऐसे में अलग-अलग देशों में जल्दी से इसके आयात और वितरण की मंजूरी के लिए रास्ता साफ हो गया है.
WHO ने नोवेल कोरोना वायरस महामारी के बीच पहली वैक्सीन को 'इमर्जेंसी वेलिडेशन' दिया है.
फार्मास्युटिकल कंपनी फाइजर ने 18 नवंबर को ऐलान किया था कि उसकी COVID-19 वैक्सीन फेज 3 ट्रायल्स के फाइनल एनालिसिस में 95 फीसदी प्रभावी पाई गई.
फाइजर वैक्सीन को शून्य से 70 डिग्री नीचे के तापमान पर रखना होगा और इसे विशेष बक्से में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जाएगा. एक बार आपूर्ति हो जाने पर इसे पांच दिनों तक फ्रिज में रखा जा सकता है.
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