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अक्टूबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में कोरोना या रोजगार संकट मुद्दा बने न बने, लेकिन सुशांत सिंह राजपूत की मौत जरूर मुद्दा बन गया है. ट्विटर ट्रेंड्स से लेकर टीवी न्यूज रूम डिबेट तक सुशांत की मौत का मुद्दा गरमाया हुआ है, और अब बीजेपी भी इसको भुनाती दिख रही है. बिहार चुनाव के लिए बीजेपी की कला एवं सांस्कृतिक सेल जनता से वादा कर रही है कि वो सुशांत को भूलने नहीं देगी और इंसाफ दिलाकर ही मानेगी.
सेल के प्रदेश संयोजक, वरुण कुमार सिंह ने क्विंट से बातचीत में कहा कि इसपर राजनीति नहीं की जा रही है, बल्कि इससे वो भावनात्मक तौर पर जुड़े हैं. उन्होंने कहा, "हम कलाकारों के लिए खड़े रहते हैं और उनके लिए लड़ते हैं. हम 16 जून से ये अभियान चला रहे हैं. हम इसे एक अभियान बनाना चाहते थे. हमने सीबीआई जांच की मांग की. पटना में राजीव चौक को उनके नाम पर करने की मांग की और इसके बाद ही सभी नेता मांग करने लगे. ये राजनीतिक नहीं, भावनात्मक मुद्दा था. मैं कलाकार हूं इसलिए मेरे लिए ये भावनात्मक मुद्दा है."
सिंह ने बताया कि उन्होंने करीब 30 हजार मास्क और स्टीकर छपवाए हैं. स्टीकर पर सुशांत की फोटो के साथ लिखा है, “ना भूले हैं! ना भूलने देंगे!!” वहीं, सुशांत की मुस्कान वाले मास्क भी बनवाए गए हैं.
सुशांत के पिता की एफआईआर पर सीबीआई मौत के मामले की जांच कर रही है. एफआईआर में रिया चक्रवर्ती पर खुदकुशी के लिए उकसाने और उन्हें दवाई देने का आरोप लगाए गए हैं. अभी सीबीआई की जांच पूरी भी नहीं हुई है, लेकिन प्रदेश संयोजक ने पहले ही रिया को दोषी करार दे दिया है. क्विंट के एक सवाल पर उन्होंने कहा, “रिया दोषी हैं. उनका WhatsApp चैट सब बता रहा है. रिया के अलावा और भी लोग इस हत्या में मिले हुए हैं.”
जहां कला और सांस्कृतिक सेल जगह-जगह जा कर ये स्टीकर चिपका रही है, तो वहीं बीजेपी ने कहा है कि ये पार्टी लाइन नहीं है.
बीजेपी के इस कदम पर विपक्ष ने सवाल उठाया है. RJD के प्रवक्ता, चितरंजन गगन ने कहा कि बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है. क्विंट से बातचीत में चितरंजन गगन ने कहा, "बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए ये लोग किसी की लाश पर राजनीति कर रहे हैं. सुशांत की मौत के बाद सबसे पहले तेजस्वी यादव ने ही CBI जांच की मांग की थी. अब जब CBI और बाकी एजेंसी जांच कर रही हैं तो इसपर राजनीति होनी ही नहीं चाहिए. बीजेपी को सुशांत से मतलब नहीं है उसे सिर्फ वोट से मतलब है."
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसपर आपत्ति जताई है. कई लोगों ने बीजेपी पर चुनावी फायदे के लिए सुशांत की मौत का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
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