advertisement
वीडियो एडिटर: प्रशांत चौहान
बिहार विधानसभा चुनाव में RJD नेता रितु कुमार परिहार सीट से सिर्फ 1569 वोट से हार गईं. रितु का दावा है कि मतगणना में गड़बड़ी के कारण हारीं.
11 नवंबर को रितु ने चुनाव आयोग में दोबारा गिनती की अर्जी डाली. रितु ने अपनी शिकायत में चार मुद्दे उठाए.
971 पोस्टल बैलट वोट में से 630 अमान्य घोषित किए गए. ये अहम है क्योंकि वैध पोस्टल मतों में से 70% उन्हें मिले.आयोग की गाइडलाइन कहती है-''पोस्टल बैलेट के लिए उम्मीदवार हर काउंटिंग टेबल पर एक एजेंट नियुक्त कर सकते हैं'' लेकिन रितु का दावा है कि उन्हें ये तब बताया गया जब पोस्टल वोट की काउंटिंग खत्म हो गई.
चुनाव आयोग के मुताबिक पोस्टल बैलेट EVM वोट के पहले गिने जाने चाहिए लेकिन रितु कुमार का दावा है कि परिहार में पोस्टल बैलेट आखिर में गिने गए.
चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक पारदर्शिता के लिए हर काउंटिंग टेबल पर एक वीडियो कैमरा होना चाहिए, ताकि EVM डिस्प्ले पर जो दिख रहा है वो शुरु से आखिर तक रिकॉर्ड हो सके
रितु का दावा है कि उनके सेंटर पर काउंटिंग रूम में कोई CCTV कैमरा रिकॉर्डिंग नहीं की गई.
चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक हर दौर की गिनती के बाद पार्टी पर्यवेक्षक की संतुष्टि के बाद रिजल्ट बोर्ड पर लिखना चाहिए. ऐसे होने के बाद ही अगले दौर के लिए EVM काउंटिंग रूम में लाने चाहिए. रितु का दावा है कि हर राउंड की काउंटिंग के बाद रिजल्ट की घोषणा में कई घंटों को देरी हुई.
रितु का दावा है कि लास्ट राउंड की काउंटिंग के पहले कई बीजेपी कार्यकर्ता काउंटिंग सेंटर में गए और उन्हें रूम से बाहर जाने पर मजबूर किया. रितु का कहना है कि अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष है तो उसे रिकाउंटिंग के आदेश देना चाहिए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)