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‘केजरीवाल से  हारा तो नहीं लड़ूंगा’,कहने वाले सुनील का क्या हुआ?

नई दिल्ली सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुनील यादव 21,000 से ज्यादा सीटों से हार गए हैं

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दिल्ली चुनाव
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केजरीवाल से हारने पर राजनीति छोड़ने का वादा करने वाले सुनील यादव को कितने वोट मिले
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केजरीवाल से हारने पर राजनीति छोड़ने का वादा करने वाले सुनील यादव को कितने वोट मिले
(फोटोः Altered by Quint Hindi)

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दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से सबसे ज्यादा उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. इन्हीं में से एक हैं बीजेपी के उम्मीदवार सुनील यादव. इन्होंने अपनी जीत पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा था, "केजरीवाल को नहीं हराया तो कभी नहीं लड़ूंगा चुनाव."

अब चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं. नई दिल्ली सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुनील यादव 21,000 से ज्यादा सीटों से हार गए हैं. अरविंद केजरीवाल ने 46,758 वोटों के साथ अपनी सीट पर एक बार फिर कब्जा कर लिया है.

सुनील यादव को सिर्फ 32 फीसदी यानी कि 25,061 वोट मिले. जबकि पिछली बार केजरीवाल ने इस सीट पर 31,583 वोटों के अंतर से बीजेपी उम्मीदवार को हराया था.

दिल्ली में शानदार जीत के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी में पार्टी की जीत भगवान हनुमान के आशीर्वाद का परिणाम है. मुख्यमंत्री ने जीत के लिए सभी को धन्यवाद देते हुए कहा, "आज मंगलवार है और हनुमानजी ने हमें आशीर्वाद दिया है। हम दिल्ली के 2 करोड़ लोग, शहर को सुंदर बनाएंगे. मेरे परिवार ने मेरा समर्थन किया. आज मेरी पत्नी का जन्मदिन है. मैंने केक खा लिया है, आपको भी मिलेगा."

नई दिल्ली सीट पर 26 उम्मीदवारों की जमानत जब्त

नई दिल्ली सीट से केजरीवाल के खिलाफ 27 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे. इनमें से 11 उम्मीदवार निर्दलीय थे. 27 में से 26 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो चुकी है. बीजेपी उम्मीदवार सुनील यादव के बाद कांग्रेस के उम्मीदवार (3220) को सबसे ज्यादा वोट मिले हैं.

बता दें, किसी भी चुनाव में जब उम्मीदवार चुनाव लड़ता है तो नामांकन भरते वक्त उसे एक निश्चित रकम जमानत के तौर पर चुनाव आयोग में जमा करनी होती है. अगर उम्मीदवार उस निर्वाचन क्षेत्र में पड़े कुल वैध वोट का छठा हिस्सा भी हासिल नहीं कर पाता है तो उसकी जमानत राशि जब्त मानी जाती है. उसे नामांकन के दौरान दी गई राशि वापस नहीं मिलती है.

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Published: 11 Feb 2020,06:29 PM IST

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