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राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने के कुछ ही घंटे बाद भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर ने अपना विवादित बयान वापस लेते हुए देश से माफी मांग ली है.
प्रज्ञा ठाकुर के प्रवक्ता और मध्य प्रदेश बीजेपी के नेता हितेश बाजपेयी ने बताया, ‘‘प्रज्ञा जी ने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली है.’’ जब उनसे सवाल किया गया कि क्या प्रज्ञा ने मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह से माफी मांगी है, तो इस पर बाजपेयी ने कहा, ‘‘यह मुद्दा नहीं है. उन्होंने माफी मांग ली है और अपना बयान वापस ले लिया है.’’
प्रज्ञा ठाकुर नाथूराम गोडसे पर बयान देकर फंस गई हैं. प्रज्ञा ठाकुर ने एक्टर कमल हासन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता दिया था. ठाकुर के बयान को लेकर विपक्ष बीजेपी पर हमलावर हो गया था, जिसके बाद बीजेपी ने बयान से किनारा करते हुए प्रज्ञा ठाकुर से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहा था.
बता दें, नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद गोडसे को फांसी की सजा दे दी गई थी.
एक्टर कमल हासन ने नाथूराम गोडसे को पहला हिंदू आतंकवादी करार दिया था. उनके इस बयान को लेकर काफी बवाल हुआ था. अब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के ताजा बयान ने एक बार फिर से विपक्ष को हमला करने का मौका दे दिया है.
बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान की निंदा की है. बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा-
कांग्रेस नेता और भोपाल लोकसभा सीट से उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘मोदी जी, अमित शाह जी और मध्य प्रदेश बीजेपी को देश से माफी मांगनी चाहिए. मैं उनके बयान की निंदा करता हूं. नाथूराम गोडसे हत्यारा था, उसका महिमामंडन करना देशभक्ति नहीं, देशद्रोह है.’
ये पहला मौका नहीं है, जब प्रज्ञा ठाकुर विवादित बयान देकर फंसी हैं. इससे पहले उन्होंने मुंबई हमले में शहीद हेमंत करकरे को लेकर विवादित बयान दिया था.
मालेगांव बम विस्फोट के आरोप में गिरफ्तारी और उन पर हुई कार्रवाई के बारे में बात करते हुए प्रज्ञा ने कहा था, "उन दिनों मुंबई जेल में थी. जांच आयोग ने सुनवाई के दौरान एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे को बुलाया और कहा कि जब प्रज्ञा के खिलाफ कोई सबूत नहीं है तो उन्हें छोड़ क्यों नहीं देते. तब हेमंत ने कई तरह के सवाल पूछे, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि इसे भगवान जाने. इस पर करकरे ने कहा कि तो क्या मुझे भगवान के पास जाना होगा."
प्रज्ञा ने कहा, "उस समय मैंने करकरे से कहा था कि तेरा सर्वनाश होगा, उसी दिन से उस पर सूतक लग गया था और सवा माह के भीतर ही आतंकवादियों ने उसे मार दिया था. हिंदू मान्यता है कि परिवार में किसी का जन्म या मृत्यु होने पर सवा माह का सूतक लगता है. जिस दिन करकरे ने सवाल किए, उसी दिन से उस पर सूतक लग गया था, जिसका अंत आतंकवादियों द्वारा मारे जाने से हुआ."
बता दें, प्रज्ञा ठाकुर पर मालेगांव बम धमाके में शामिल होने का आरोप है. उनको बीजेपी ने कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है.
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Published: 16 May 2019,04:34 PM IST