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भारत की राजनीति में वोट और सीट के मामले में हिंदी पट्टी के पास सबसे ज्यादा ताकत है. यहां संख्या बल यानी नंबर के हिसाब से ताकत की बात हो रही है. हिंदी पट्टी यानी कि बिहार, यूपी, मध्य प्रदेश जैसे उत्तर भारत के राज्य. जिनके पास करीब 225 लोकसभा सीट हैं. और अब जब लोकसभा चुनाव 2024 के लिए वोटिंग खत्म हो चुकी है और एग्जिट पोल सामने हैं तो सवाल है कि हिंदी पट्टी का राजा कौन? दरअसल, एग्जिट पोल्स की माने तो एक बार फिर हिंदी पट्टी में पीएम मोदी का सिक्का चलता नजर आ रहा है, लेकिन कहीं-कहीं 'वोटबंदी' होते भी दिख रही है.
उत्तर प्रदेश - 80 सीट
बिहार - 40 सीट
मध्य प्रदेश - 29 सीट
राजस्थान - 25 सीट
झारखंड - 14 सीट
छत्तीसगढ़ - 11 सीट
हरियाणा - 10 सीट
दिल्ली - 7 सीट
उत्तराखंड - 5 सीट
हिमाचल प्रदेश - 4 सीट
वहीं बढ़त की बात करें तो पोल्स ऑफ पोल में उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ में बीजेपी क्लीन स्वीप करती दिख रही है. मध्य प्रदेश में BJP को एकतरफा बढ़त मिल तो रही है लेकिन एक से दो सीटों का नुकसान हो सकता हैं. छिंदवाड़ा सीट इस बार भी फंस सकती हैं.
एबीपी न्यूज-सी वोटर एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से एनडीए को 62-66, इंडिया गठबंधन को 15-17 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं टाइम्स नाऊ ईटीजी के मुताबिक यूपी में एनडीए को 69 सीट और INDIA गुट को 11 सीटें मिल सकती हैं. न्यूज 24 टुडेज चाणक्य एग्जिट पोल के मुताबिक 80 में से बीजेपी को 61 से 75 सीटें, इंडिया गठबंधन को 6 से 18 सीटें मिलती दिख रही हैं. इंडिया टुडे एग्जिट पोल में यूपी के अंदर बीजेपी को 64 से 67 सीट, एसपी और टीएमसी को 7 से 9 और कांग्रेस को 1 से 3 सीट मिल सकती है. वहीं आरएलडी को 3 से 5 सीट मिलने का अनुमान है.
बता दें कि 2019 में बीजेपी को उत्तर प्रदेश में 64 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. अगर हिंदी पट्टी की बात करें तो बीजेपी ने 2019 लोकसभा चुनाव में 178 सीटें जीती थी.
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