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बुधनी (Budhni) विधानसभा सीट चुनाव रिजल्ट 2023 लाइव अपडेट: मध्य प्रदेश के सीहोर (Sehore) जिले में बुधनी (Budhni) विधानसभा सीट आती है. यहां से बीजेपी की तरफ से शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) और कांग्रेस से विक्रम मस्तल शर्मा (Vikram Mastal Sharma) मैदान में हैं. अंतिम परिणाम जारी होने के बाद शिवराज सिंह चौहान 104974 वोटों से विजयी रहे, वहीं कांग्रेस के विक्रम मस्तल शर्मा को हार का मुह देखना पड़ा.
यहां 17 नवंबर को मतदान हुआ. 84.86% वोट पड़े, जिसमें मेल वोटर 86.8% और फीमेल वोटर 82.77% हैं. साल 2018 में बुधनी (Budhni) सीट पर 84.3% वोट पड़े थे.बुधनी (Budhni) सीट पर हम वोटों की लाइव काउंटिंग के आधार पर अपडेट दे रहे हैं. मध्य प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को 77% मतदान हुआ था.
बुधनी (Budhni) सीट से बीजेपी उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान आगे चल रहे है.
शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी- 154520
विक्रम मस्तल शर्मा, कांग्रेस- 56216
बीजेपी उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान कितने वोटों से आगे- 98304
बुधनी (Budhni) सीट से बीजेपी उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान आगे चल रहे है.
शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी- 61569
विक्रम मस्तल शर्मा, कांग्रेस- 16574
बीजेपी उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान कितने वोटों से आगे- 44995
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतगणना के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, बुधनी (Budhni) सीट से बीजेपी उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान शुरुआती रुझानों में आगे चल रहे हैं, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार विक्रम मस्तल 5342 वोटों से पीछे चल रहे हैं.
शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी- 26452
विक्रम मस्तल शर्मा, कांग्रेस- 5255
बीजेपी उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान कितने वोटों से आगे- 21197
बुधनी (Budhni) विधानसभा सीट से साल 2018 में बीजेपी (BJP) की तरफ से शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और कांग्रेस (Congress) की तरफ से अरुण सुभाषचंद्र (Arun Subhashchandra) मैदान में थे. बीजेपी (BJP) उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की 29.% वोट मार्जिन से जीत हुई थी. साल 2018 में बुधनी (Budhni) विधानसभा में कुल 2,41,086 वोटर थे, लेकिन कुल 2,03,186 वोट पड़े थे. यानी कुल 84.3% वोटिंग हुई थी. अबकी बार इस सीट पर 84.86% वोट पड़े थे.
बुधनी (Budhni) सीट से साल 2013 में बीजेपी (BJP) उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की जीत हुई थी. दूसरे नंबर पर कांग्रेस (Congress) उम्मीदवार डॉ. महेंद्र सिंह चौहान (Dr. Mahendra Singh Chauhan) थे.
मध्य प्रदेश की विधानसभा संख्या 156 पर बुधनी (Budhni) विधानसभा सीट आती है. ये सीट विदिशा (Vidisha) लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है. विदिशा (Vidisha) लोकसभा सीट से साल 2019 में बीजेपी (BJP) की जीत हुई थी.
मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं, जिसमें 148 सामान्य, 35 एससी और 47 एसटी सीटें हैं. वहीं मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं. साल 2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की बात करें तो कुल 75.2% वोट पड़े थे. कांग्रेस (Congress) को 114, भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी (BJP) को 109, मायावती की पार्टी बीएसपी (BSP) को 2 और अखिलेश यादव की पार्टी एसपी (SP) को 1 और 4 निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.
मध्य प्रदेश में 2003 से बीजेपी का शासन है जब उमा भारती के नेतृत्व में भगवा पार्टी सत्ता में आई थी और कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार के 10 साल के कार्यकाल का अंत हुआ था. 2018 के राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 114 और बीजेपी ने 109 सीटों पर कब्जा किया.
कांग्रेस छोटे दलों और निर्दलियों की मदद से 116 के बहुमत के आंकड़े को छूने और सरकार बनाने में कामयाब रही. हालांकि, 2020 में उनकी सरकार गिर गई, जब कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 20 से अधिक विधायकों को अपने साथ लेकर बीजेपी का दामन थाम लिया, जिसके बाद एमपी में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई.
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मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी (BJP) के बड़े चेहरों की बात करें तो उसमें शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan), नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar), ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia), नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra), उमा भारती (Uma Bharti), कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya), विश्वास सारंग (Vishwas Sarang), प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel), वीडी शर्मा (VD Sharma) और गोपाल भार्गव (Gopal Bhargav) आते हैं.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के बड़े चेहरों में कमल नाथ (Kamal Nath), दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh), सुरेश पचौरी (Suresh Pachauri), जीतू पटवारी (Jitu Patwari), डॉ गोविंद सिंह (Dr Govind Singh), विवेक तन्खा (Vivek Tankha), सज्जन सिंह वर्मा (Sajjan Singh Verma), आरिफ मसूद (Arif Masood), आरिफ अकील (Arif Aqueel), तरुण भनोट (Tarun Bhanout), कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuriya), आरिफ मसूद (Arif Masood), अरुण यादव (Arun Yadav), जयवर्धन सिंह (Jaivardhan Singh) और कमलेश्वर पटेल (Kamleshwar Patel) का नाम आता है.
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