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कोलारस (Kolaras) विधानसभा सीट चुनाव रिजल्ट 2023 लाइव अपडेट: मध्य प्रदेश के शिवपुरी (Shivpuri) जिले में कोलारस (Kolaras) विधानसभा सीट आती है. यहां से बीजेपी की तरफ से महेंद्र रामसिंह यादव खटोरा (Mahendra Ramsingh Yadav Khatora) और कांग्रेस से बैजनाथ सिंह यादव दादा जी (Baijnath Singh Yadav Dada Ji) मैदान में हैं. यहां 17 नवंबर को मतदान हुआ. 79.07% वोट पड़े, जिसमें मेल वोटर 81.52% और फीमेल वोटर 76.36% हैं. साल 2018 में कोलारस (Kolaras) सीट पर 71.9% वोट पड़े थे.कोलारस (Kolaras) सीट पर हम वोटों की लाइव काउंटिंग के आधार पर अपडेट दे रहे हैं. मध्य प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को 77% मतदान हुआ था.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतगणना के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, कोलारस (Kolaras) सीट से बीजेपी के महेन्द्र रामसिंह यादव ने कांग्रेस के बैजनाथ सिंह यादव को 50973 वोटो के बड़े अंतर से हराया
महेन्द्र रामसिंह यादव को 108685 वोट मिले तो वही कांग्रेस के बैजनाथ सिंह यादव को 57712 वोट मिले
कोलारस (Kolaras) विधानसभा सीट से साल 2018 में बीजेपी (BJP) की तरफ से वीरेंद्र रघुवंशी (Birendra Raghuvanshi ) और कांग्रेस (Congress) की तरफ से महेंद्र रामसिंह यादव (Mahendra Ramsingh Yadav) मैदान में थे. बीजेपी (BJP) उम्मीदवार वीरेंद्र रघुवंशी (Birendra Raghuvanshi ) की 0.4% वोट मार्जिन से जीत हुई थी. साल 2018 में कोलारस (Kolaras) विधानसभा में कुल 2,37,069 वोटर थे, लेकिन कुल 1,70,371 वोट पड़े थे. यानी कुल 71.9% वोटिंग हुई थी. अबकी बार इस सीट पर 79.07% वोट पड़े थे.
कोलारस (Kolaras) सीट से साल 2013 में कांग्रेस (Congress) उम्मीदवार राम सिंह यादव (Ram Singh Yadav) की जीत हुई थी. दूसरे नंबर पर बीजेपी (BJP) उम्मीदवार देवेन्द्र कुमार जैन पट्टे वाले (Devendra Kumar Jain Patte Wale) थे.
मध्य प्रदेश की विधानसभा संख्या 27 पर कोलारस (Kolaras) विधानसभा सीट आती है. ये सीट गुना (Guna) लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है. गुना (Guna) लोकसभा सीट से साल 2019 में बीजेपी (BJP) की जीत हुई थी.
मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं, जिसमें 148 सामान्य, 35 एससी और 47 एसटी सीटें हैं. वहीं मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं. साल 2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की बात करें तो कुल 75.2% वोट पड़े थे. कांग्रेस (Congress) को 114, भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी (BJP) को 109, मायावती की पार्टी बीएसपी (BSP) को 2 और अखिलेश यादव की पार्टी एसपी (SP) को 1 और 4 निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.
मध्य प्रदेश में 2003 से बीजेपी का शासन है जब उमा भारती के नेतृत्व में भगवा पार्टी सत्ता में आई थी और कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार के 10 साल के कार्यकाल का अंत हुआ था. 2018 के राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 114 और बीजेपी ने 109 सीटों पर कब्जा किया.
कांग्रेस छोटे दलों और निर्दलियों की मदद से 116 के बहुमत के आंकड़े को छूने और सरकार बनाने में कामयाब रही. हालांकि, 2020 में उनकी सरकार गिर गई, जब कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 20 से अधिक विधायकों को अपने साथ लेकर बीजेपी का दामन थाम लिया, जिसके बाद एमपी में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई.
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मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी (BJP) के बड़े चेहरों की बात करें तो उसमें शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan), नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar), ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia), नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra), उमा भारती (Uma Bharti), कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya), विश्वास सारंग (Vishwas Sarang), प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel), वीडी शर्मा (VD Sharma) और गोपाल भार्गव (Gopal Bhargav) आते हैं.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के बड़े चेहरों में कमल नाथ (Kamal Nath), दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh), सुरेश पचौरी (Suresh Pachauri), जीतू पटवारी (Jitu Patwari), डॉ गोविंद सिंह (Dr Govind Singh), विवेक तन्खा (Vivek Tankha), सज्जन सिंह वर्मा (Sajjan Singh Verma), आरिफ मसूद (Arif Masood), आरिफ अकील (Arif Aqueel), तरुण भनोट (Tarun Bhanout), कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuriya), आरिफ मसूद (Arif Masood), अरुण यादव (Arun Yadav), जयवर्धन सिंह (Jaivardhan Singh) और कमलेश्वर पटेल (Kamleshwar Patel) का नाम आता है.
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