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नरेला (Narela) विधानसभा सीट चुनाव रिजल्ट 2023 लाइव अपडेट: मध्य प्रदेश के भोपाल (Bhopal) जिले में नरेला (Narela) विधानसभा सीट आती है.
बीजेपी केविश्वास सारंग ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के मनोज शुक्ला को 24569 वोटों के अंतर से हराया.
विश्वास सारंग, बीजेपी- 124552
मनोज शुक्ला, कांग्रेस- 99983
जीत का अंतर - 24569 वोट
यहां से बीजेपी की तरफ से विश्वास सारंग (Vishwas Sarang) और कांग्रेस से मनोज शुक्ला (Manoj Shukla) मैदान में थें.
यहां से बीजेपी के विश्वास सारंग लगातार आगे चल रहे थें.
यहां 17 नवंबर को मतदान हुआ. 65.48% वोट पड़े, जिसमें मेल वोटर 66.14% और फीमेल वोटर 64.79% हैं. साल 2018 में नरेला (Narela) सीट पर 63.4% वोट पड़े थे.नरेला (Narela) सीट पर हम वोटों की लाइव काउंटिंग के आधार पर अपडेट दे रहे हैं. मध्य प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को 77% मतदान हुआ था.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में नरेला से बीजेपी के विश्वास सारंग ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के मनोज शुक्ला को हराया.
नरेला (Narela) विधानसभा सीट से साल 2018 में बीजेपी (BJP) की तरफ से विश्वास सारंग (Vishvas Sarang) और कांग्रेस (Congress) की तरफ से डॉ.महेंद्र सिंह चौहान (Dr. Mahendra Singh Chouhan) मैदान में थे. बीजेपी (BJP) उम्मीदवार विश्वास सारंग (Vishvas Sarang) की 11.4% वोट मार्जिन से जीत हुई थी. साल 2018 में नरेला (Narela) विधानसभा में कुल 3,20,062 वोटर थे, लेकिन कुल 2,02,959 वोट पड़े थे. यानी कुल 63.4% वोटिंग हुई थी. अबकी बार इस सीट पर 65.48% वोट पड़े थे.
नरेला (Narela) सीट से साल 2013 में बीजेपी (BJP) उम्मीदवार विश्वास सारंग (Vishwas Sarang) की जीत हुई थी. दूसरे नंबर पर कांग्रेस (Congress) उम्मीदवार सुनील सूद (Sunil Sood) थे.
मध्य प्रदेश की विधानसभा संख्या 151 पर नरेला (Narela) विधानसभा सीट आती है. ये सीट भोपाल (Bhopal) लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है. भोपाल (Bhopal) लोकसभा सीट से साल 2019 में बीजेपी (BJP) की जीत हुई थी.
मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं, जिसमें 148 सामान्य, 35 एससी और 47 एसटी सीटें हैं. वहीं मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं. साल 2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की बात करें तो कुल 75.2% वोट पड़े थे. कांग्रेस (Congress) को 114, भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी (BJP) को 109, मायावती की पार्टी बीएसपी (BSP) को 2 और अखिलेश यादव की पार्टी एसपी (SP) को 1 और 4 निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.
मध्य प्रदेश में 2003 से बीजेपी का शासन है जब उमा भारती के नेतृत्व में भगवा पार्टी सत्ता में आई थी और कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार के 10 साल के कार्यकाल का अंत हुआ था. 2018 के राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 114 और बीजेपी ने 109 सीटों पर कब्जा किया.
कांग्रेस छोटे दलों और निर्दलियों की मदद से 116 के बहुमत के आंकड़े को छूने और सरकार बनाने में कामयाब रही. हालांकि, 2020 में उनकी सरकार गिर गई, जब कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 20 से अधिक विधायकों को अपने साथ लेकर बीजेपी का दामन थाम लिया, जिसके बाद एमपी में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई.
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मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी (BJP) के बड़े चेहरों की बात करें तो उसमें शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan), नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar), ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia), नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra), उमा भारती (Uma Bharti), कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya), विश्वास सारंग (Vishwas Sarang), प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel), वीडी शर्मा (VD Sharma) और गोपाल भार्गव (Gopal Bhargav) आते हैं.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के बड़े चेहरों में कमल नाथ (Kamal Nath), दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh), सुरेश पचौरी (Suresh Pachauri), जीतू पटवारी (Jitu Patwari), डॉ गोविंद सिंह (Dr Govind Singh), विवेक तन्खा (Vivek Tankha), सज्जन सिंह वर्मा (Sajjan Singh Verma), आरिफ मसूद (Arif Masood), आरिफ अकील (Arif Aqueel), तरुण भनोट (Tarun Bhanout), कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuriya), आरिफ मसूद (Arif Masood), अरुण यादव (Arun Yadav), जयवर्धन सिंह (Jaivardhan Singh) और कमलेश्वर पटेल (Kamleshwar Patel) का नाम आता है.
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