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लोकसभा चुनाव की आधी सीटों पर मतदान हो चुका है. अब बाकी बची सीटों के लिए लड़ाई बाकी है. लेकिन इस लोकसभा चुनाव में कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां मुकाबला काफी दिलचस्प हो चुका है. इन सीटों पर उम्मीदवार एक दूसरे को कड़ी टक्कर देते दिख रहे हैं. इसीलिए लोगों के लिए भी ये लोकसभा सीटें किसी रोमांचक खेल की तरह बन चुकी हैं. चुनावी नतीजों के दिन इन सीटों पर ही टिकी होंगी सबकी नजरें.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार दो जगहों से चुनाव लड़ रहे हैं. केरल के वायनाड और यूपी के अमेठी से राहुल गांधी चुनावी मैदान में हैं. लेकिन अमेठी में उन्हें कड़ी टक्कर देने के लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को टिकट दिया है. हालांकि अमेठी गांधी परिवार का गढ़ रहा है, इसीलिए यहां राहुल गांधी की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है. लेकिन स्मृति ईरानी भी कोई कसर नहीं छोड़ रहीं.
बीजेपी के मौजूदा सांसद गिरिराज सिंह इस बार बेगूसराय से चुनावी रण में हैं. बीजेपी आलाकमान ने उन्हें इस बार बिहार की नवादा सीट की जगह बेगूसराय की उम्मीदवारी सौंपी है. लेकिन उन्हें यहां दो तरफा टक्कर मिल रही है. एक तरफ यंग कन्हैया कुमार उनके लिए चुनौती बने हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ गठबंधन और आरजेडी उम्मीदवार तनवीर हसन भी बड़ी दावेदारी रखते हैं. इसीलिए बिहार की इस सीट पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं.
उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट पर मुकाबला तब दिलचस्प हो गया जब बीजेपी ने यहां से जया प्रदा को उतारने का ऐलान किया. इस सीट से गठबंधन के उम्मीदवार आजम खान भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों में काफी पुरानी दुश्मनी मानी जाती है. जया प्रदा और आजम खान एक दूसरे के खिलाफ लगभग हर दूसरी जनसभा में हमला बोलते हैं. अब रामपुर की लड़ाई में किसकी जीत कितनी बड़ी होती है ये देखना काफी दिलचस्प होगा.
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से चुनावी मैदान में हैं. उन्हें इस सीट पर काफी दमदार उम्मीदवार माना जा रहा था, लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा की एंट्री ने इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प बना दिया. पूनम सिन्हा को समाजवादी पार्टी में शामिल होते ही लखनऊ की टिकट पकड़ा दी गई. जिसके बाद लखनऊ सीट पर भी सबकी निगाहें टिक गईं. महागठबंधन की उम्मीदवार पूनम सिन्हा कांटे की टक्कर दे सकती हैं.
हालांकि इस सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी को ढ़ाई लाख से भी ज्यादा वोटों से हराया था. इस सीट पर अटल बिहारी वाजपेयी के समय से ही बीजेपी का दबदबा रहा है.
बीजेपी से कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा इस बार फिर अपनी लोकसभा सीट पटना साहिब से चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट से सिन्हा लगातार दो बार चुनाव जीते हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा ने करीब ढ़ाई लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी. लेकिन उनके सामने इस बार बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद चुनावी मैदान में हैं. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि सिन्हा कांग्रेस में आने के बाद एक बार फिर इस सीट पर कब्जा कर पाएंगे, या फिर रवि शंकर प्रसाद बाजी मारेंगे.
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Published: 26 Apr 2019,07:57 AM IST