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प्रियंका गांधी ने अमेठी में बच्चों के गलत नारेबाजी वाले मामले में अब जवाब दिया है. प्रियंका ने कहा है कि उनके सामने बच्चों ने गलत नारे लगाए, लेकिन उन्होंने बच्चों को ऐसा करने से रोका था. उन्होंने कहा कि जब मैं बच्चों से मिलने उतरीं तो वहां कुछ बच्चे नारे लगाने लगे. जैसे ही उन्होंने गलत नारे लगाए तो मैंने कहा ऐसे नारे मत लगाओ, अच्छे नारे लगाओ.
प्रियंका गांधी के बच्चों के साथ इस वीडियो का जमकर इस्तेमाल किया गया. इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कई तरह के दावे किए गए. इस वीडियो को कई सारे अकाउंट्स से अलग-अलग दावों के साथ बार-बार शेयर किया गया. कुछ दावों के मुताबिक, प्रियंका ने नारे लगाने वाले बच्चों के गाली-गलौज पर प्रियंका ने कोई आपत्ति नहीं जताई और वास्तव में 'चौकीदार चोर है' का नारा लगाने वाले बच्चों को प्रोत्साहित करती रहीं.
इस वीडियो के ठीक ऊपर लिखा गया कि बच्चों को कैसी भाषा सिखा रही कांग्रेस. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी ट्विटर पर इस वीडियो को शेयर कर नारेबाजी में इस्तेमाल की गई भाषा पर जबरदस्त हमला बोला.
प्रियंका गांधी का बच्चों के साथ ये वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने प्रियंका को नोटिस जारी किया था. साथ ही चुनाव आयोग को भी इस बारे में सूचित किया. जांच के लिए बच्चों के नाम और पते भी मांगे गए थे. जिसके बाद अब प्रियंका ने कहा है कि वो इस नोटिस का जवाब देंगी
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