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पंजाब चुनाव (Punjab Elections) से पहले यहां का सियासी पारा भी लगातार चढ़ता जा रहा है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) चुनावी अभियान के तहत पठानकोट में आयोजित तिरंगा यात्रा में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने पंजाब के लिए दो और गारंटी देने का ऐलान किया.
अरविंद केजरीवाल ने पंजाब को गारंटी देते हुए कहा कि, ‘आप’ की सरकार बनने पर हर बच्चे को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी और शहीदों को एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि देंगे. इसके अलावा केजरीवाल ने कहा कि,
पंजाब चुनावों से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल ने जनता से कहा कि, अगर पंजाब का कोई सैनिक बॉर्डर पर या पंजाब पुलिस का कोई जवान किसी ऑपरेशन में शहीद होगा, तो उसके परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि देंगे.
इस दौरान केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के उस बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने केजरीवाल की तुलना काले अंग्रेज से की थी. उन्होंने कहा,
करीब एक घंटे तक चली इस तिरंगा यात्रा में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, ‘आप’ पंजाब प्रभारी जरनैल सिंह, सह प्रभारी राघव चड्ढा, सांसद भगवंत मान, हरपाल सिंह चीमा, कुंवर विजय प्रताप, विभूति शर्मा, लालचंद, रमन बहल और वरिष्ठ नेता समेत पार्टी के कई कार्यकर्ता शामिल हुए.
केजरीवाल ने इस दौरान अपने फ्री बिजली के वादे की भी याद दिलाई. उन्होंने कहा कि, पंजाब को मैंने 24 घंटे और 300 यूनिट फ्री बिजली की गारंटी दी है. पंजाब में आज बिजली बहुत महंगी है और हजारों रुपए के बिल आते हैं. दिल्ली में हमने 200 यूनिट बिजली मुफ्त कर दी. हमने पंजाब में गारंटी दी कि हमारी सरकार आएगी, तो हम हर परिवार की 300 यूनिट बिजली मुफ्त करेंगे. इसके साथ ही, हम 24 घंटे बिजली देंगे.
इस दौरान दिल्ली के शिक्षा मंत्री और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि, तिरंगे की शान में चार-चांद तब लगेंगे, जब पंजाब के एक-एक बच्चे को शानदार शिक्षा मिलेगी. पिछले कई दिन से स्कूल को लेकर बातचीत हो रही है. चन्नी साहब कहते हैं कि कांग्रेस सरकार ने पांच साल में पंजाब के स्कूलों को देश में नंबर वन बना दिया है. मैं भी यही सोचता था. कल मैं पंजाब के सरकारी स्कूल को देखने गया. मैं चन्नी साहब की विधानसभा में ही स्कूल देखने गया था. जिस स्कूल में गया था, वहां पर पहले 70 बच्चे पढ़ते थे. स्कूल की हालत इतनी खराब हो गई है कि अब 30 बच्चे ही बचे हैं. 40 बच्चों के माता-पिता ने नाम कटवा दिया है. टॉयलेट खराब है और कमरों में जाले लगे हुए हैं. पीने का पानी नहीं है और पांच क्लास पढ़ाने के लिए सिर्फ एक टीचर है.
दूसरे स्कूल में भी वही हालत थी. चन्नी साहब को लगा कि नंबर वन स्कूलों की पोल खुल गई, तो उन्होंने अफसरों को आदेश कर दिए कि इनको स्कूलों में न जाने देना और गेट पर ताले लगा दिए. मैं कांग्रेस के नेताओं से कहना चाहता हूं कि पांच साल में आपने एक भी स्कूल में काम किया होता तो दिल्ली की टीम से डरकर, अरविंद केजरीवाल की राजनीति से डर कर आपको स्कूलों पर ताले नहीं लगाने पड़ते.
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