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'यूपी-बिहार दे भइये' बयान को लेकर चौतरफा आलोचना का शिकार हो रहे पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है. केजरीवाल के पूर्व सहयोगी कुमार विश्वास के एक बयान का जिक्र करते हुए सीएम चन्नी ने पीएम मोदी से कुमार विश्वास के दावों की जांच की मांग कर डाली.
कुमार विश्वास के वीडियो पर पंजाब चुनाव आयोग के लेटर की एक कॉपी शेयर करते हुए, 17 फरवरी की देर रात सीएम चन्नी ने ट्विटर पर लिखा, "पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डॉ कुमार विश्वास के वीडियो के मामले में निष्पक्ष जांच का आदेश देने का अनुरोध करता हूं. राजनीति एक तरफ है, पंजाब के लोगों ने अलगाववाद से लड़ते हुए भारी कीमत चुकाई है. प्रधानमंत्री को हर पंजाबी की परेशानी दूर करने की जरूरत है."
हाल ही में AAP के पूर्व नेता कुमार विश्वास का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो बिना किसी का नाम लिए कह रहे हैं, "ऐसा आदमी, जिसने एक समय में मुझे ये तक कहा था कि वो या तो पंजाब के पहले मुख्यमंत्री बनेंगे, या स्वतंत्र देश (खलिस्तान) के पहले प्रधानमंत्री."
पंजाब के मुख्यमंत्री के 'यूपी-बिहार' वाले बयान पर सियासत तेज हो गई है. पंजाब चुनाव से ठीक पहले आए इस बयान पर विपक्ष खूब निशाना साध रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "संत रविदास जी कहां पैदा हुए? उत्तर प्रदेश में, बनारस में. क्या आप संत रविदास जी को भी पंजाब से निकाल देंगे? गुरू गोविंद सिंह जी का जन्म कहां हुआ था? पटना साहिब, बिहार में, क्या आप गुरू गोविंद जी को भी पंजाब से निकाल देंगे?"
विपक्ष से तीखी प्रतिक्रिया मिलने के बाद चन्नी ने सफाई देते हुए कहा कि उनके इस बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "पंजाब में प्रवासी विकास के लिए आते हैं, केजरीवाल अराजकता फैलाते हैं."
बिहार के मुजफ्फरपुर की सीजेएम कोर्ट में चन्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. यह मुकदमा सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने दर्ज कराया है. तमन्ना हाशमी ने बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों को धमकाने, अपमान करने और आहत करने का आरोप लगाया है.
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