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पंजाब की 117 विधानसभा सीटों पर मतदान हो गया. राज्य में 68.3% मतदान हुआ. 2017 में पिछली बार के विधानसभा चुनावों के आंकड़े 77% की तुलना में यह 9% तक तक कम है. राज्य के प्रत्येक जिले में पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में वोटिंग प्रतिशत कम ही रहा. सुबह से ही वोटिंग ट्रेंड ठंडा चल रहा था.
पिछले चुनावों की तुलना में वोटिंग प्रतिशत में इस खासी कमी ने सबसे चौंका दिया है. वोटिंग में इस खासी कमी से नए समीकरण गढ़ना शुरू हो गए हैं. अकाली बीजेपी केएक होने के संकेत मिलने लगे हैं. अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने बयान दिया कि यदि जरूरत पड़ती है तो अकाली दल बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाएगा.
कुल मतदान 68.30% (2017 में रहा था 77 %)
गिद्दरबाहा सीट पर सबसे ज्यादा 78 % वोटिंग हुई
जिले अनुसार मनसा में हुई सबसे ज्यादा वोटिंग 79%
सबसे कम वोटिंग वाली सीट रही अमृतसर वेस्ट 50 %
61.2% के साथ अमृतसर रहा सबसे कम वोटिंग वाला जिला
किस जिले में कितने प्रतिशत वोटिंग
पंजाब चुनाव में अमृतसर ईस्ट सीट अपने हाई प्रोफाइल मुकाबले के लिए काफी चर्चित थी, क्योंकि यहां पर दो दिग्गजों नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया के बीच मुकाबला था. सिद्धू-मजीठिया दोनों में से ही आज तक कोई चुनाव नहीं हारा.
सिद्धू और मजीठिया की जंग के बीच AAP से जीवनजोत कौर और बीजेपी गठबंधन से जगमोहन राजू चुनाव भी यहां से लड़ रहे हैं. इस सबके बावजूद यहां का वोटिंग ट्रेंड राज्य में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला रहा. यहां वोटर बूथ पर वोट देने आ ही नहीं रहे थे.
शाम 5 बजे तक यहां कुल वोटिंग 53% ही हो पाई. इसके पहले के विधानसभा चुनावों में यहां के वोटर्स में ऐसी बेरुखी नहीं देखी गई थी. 2012 में लगभग 67% और 2017 में 65% लोगों ने वोट के अधिकार का प्रयोग किया था. अमृतसर में एक मतदान केंद्र पर नवजोत सिद्धू और शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया आमने-सामने आ गए और एक-दूसरे को बधाई दी.
एक अन्य प्रमुख चर्चित स्थित बठिंडा सिटी जहां से कांग्रेस के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, अकाली पार्टी से स्वरूप चंद्र सिंगला और AAP से जगरूप सिंह गिल मैदान में थे. यहां अकाली और कांग्रेस वर्करों के बीच झगड़े ने माहौल खराब कर दिया.
वोटों की खरीद-फरोख्त के आरोप के बीच तीन हवाई फायर भी किए गए और गाड़ियां भी तोड़ दी गई. यहां के बूथों पर वोटरों की लंबी-लंबी लाइनें देखी गई पर शाम 5 बजे तक 63.7% वोटिंग का ही आंकड़ा सामने आया था.
मतदान करने वालों में सबसे उम्रदराज उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री, शिअद प्रमुख प्रकाश सिंह बादल (94), मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, परगट सिंह और विजय इंदर सिंगला, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा और पंजाब बीजेपी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा शामिल थे.
मतदान के दिन भी बड़ी पार्टियों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप और बयानों के दौर चलते रहे. अकाली दल के सीनियर नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने एक बड़ा बयान देकर माहौल गर्मा दिया. उन्होंने कहा कि यदि चुनाव बाद जरूरत पड़ती है तो अकाली दल बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाएगा. उल्लेखनीय है कि अकाली दल ने इस चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी के साथ समझौता किया है.
उधर CM चरणजीत चन्नी ने डेरा सच्चा सौदा को चुनाव में घसीट लिया. उन्होंने कहा कि डेरे ने अकाली दल को समर्थन दे दिया, जिससे बेअदबी के जख्म हरे हो गए हैं. उन्होंने आम आदमी पार्टी को खालिस्तानी संगठनों की साथी बताया. उधर अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल ने मतदान के बाद कहा कि चन्नी की लॉटरी लग गई है इसलिए सीएम बन गए थे.
पंजाब चुनाव में वोटिंग भले ही कम हुई पर माहौल बिल्कुल त्योहार जैसा बना हुआ था. इलेक्शन कमीशन की ओर से पोलिंग बूथों पर बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए. पोलिंग बूथों पर बुजुर्गों का स्वागत फूल देकर किया जा रहा था. बुजुर्ग महिला मतदाताओं को लड़कियां ठीक उसी तरह फुलकारी तानकर बूथ के गेट से कमरे तक ला रही थीं जिस तरह किसी शादी में दुल्हन को लाया जाता है. बूथों पर बैटरी वाले वाहनों का इंतजाम किया गया था.
शरीर से जुडे़ सोना और मोना नाम के दो बच्चों ने मनवाल के एक मतदान केंद्र पर मतदान किया. वे पहली बार वोट करने आए थे. सोहना-मोहना को हाल ही में पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी एस करुणा राजू द्वारा दो अलग-अलग चुनावी फोटो पहचान पत्र सौंपे गए थे. दोनों पिछले साल 18 साल के हुए थे और पहली बार मतदान किया था.
जुड़वा बच्चों ने कहा कि वे बेहद खुश हैं क्योंकि दोनों अपने मताधिकार का प्रयोग करने में सक्षम हैं. उनकी तस्वीर लोकतंत्र की ताकतवर तस्वीर के रूप में छाई रही . विभिन्न मतदान केंद्रों पर शादी के जोड़े पहने युवक-युवती पूरे सज-धजकर वोटरों की कतार में लगे दिखे. कहीं दूल्हा तो कहीं दुल्हन अपनी शादी के दिन वोट डालने के लिए पहुंचे.
डेराबस्सी में बलविंद्र सिंह ने भी शादी से पहले वोट किया. पंजाब चुनाव में सुबह से ही ऐसी उत्सवी तस्वीरें आना शुरू हो गई थीं, जो कि लोकतंत्र के उत्सव के रंग दिखा रही थीं. कई बूथ पर तो मतदाताओं के खाने-पीने का इंतजाम था. मां के साथ आने वाले बच्चों के लिए खिलौने-कार्टून रखे गए थे. युवाओं के लिए फीडबैक वॉल बनाई गई थी.
पटियाला के एक बूथ पर जो लोग वोटिंग करने आ रहे हैं उनके माथे पर टीका लगाकर बादाम खिलाया जा रहा था. कुछ बूथ पर ढोल नगाड़े बज रहे थे. लोग वोट करके आते हैं तो उनको मेडल पहनाए जा रहे थे.
बरनाला जिले की भदौड़ सीट से आप प्रत्याशी लाभ सिंह उगोके पर कांग्रेस पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने हमला किया.
बठिंडा सीट पर अकाली और कांग्रेसी वर्करों के बीच झगड़ा हो गया. झगड़े का कारण एक पार्टी द्वारा वोटों की खरीद फरोख्त के आरोप लगाना रहा. इस दौरान तीन हवाई फायर किए गए।
खन्ना के बूथ संख्या 121 में 80 वर्षीय रिटायर्ड टीचर दीवान चंद की हार्ट अटैक आने से मौत हो गई।
फिरोजपुर जिले के मल्लूवाला में दो पक्षों में वोट की खरीद-फरोख्त को लेकर गोलियां चल गईं. एक-दूसरे पर ईंट-पत्थर फेंके गए. इसके बाद मतदान रोक दिया गया।
सोनू सूद की गाड़ी चुनाव आयोग ने थाने में बंद की. घर पर रहने को कहा. सूद की बहन मालविका सूद सच्चर मोगा से कांग्रेस प्रत्याशी हैं.
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