पंजाब का आज का मतदान (Punjab Assembly Election) कई मामलों में तो अनोखा रहा है ही, कुछ अद्भुत संयोगों ने इसे और भी मजेदार बना दिया है. ऐसा ही एक संयोग यहां की तीन बड़ी प्रमुख पार्टियों के सीएम के चेहरों को लेकर घटा. तीनों ही बड़ी पार्टी कांग्रेस, अकाली और AAP के सीएम चेहरे खुद के लिए ही अपना वोट नहीं डाल सके. हुआ यूं कि जिन सीटों पर यह सीएम चेहरे चुनाव लड़ रहे हैं वहां इनके वोट हैं ही नहीं तो ऐसे में इन्हें ना तो खुद का और ना ही अपने फैमिली मेंबर के वोट का फायदा मिल पाया है.
तो आइए जानते हैं कि वे कौन से सीएम चेहरे हैं, जिन्हें खुद के लिए ही वोट डालने का मौका नहीं मिल पाया.
चरणजीत सिंह चन्नी (कांग्रेस)
चरणजीत सिंह चन्नी इस चुनाव में कांग्रेस के सबसे प्रमुख नेता और सीएम के चेहरे के तौर पर मैदान में है वह 2 सीटों चमकौर साहिब और भदौड़ से चुनाव मैदान में उतरे हैं पर इन दोनों ही सीटों पर उनका नाम वोटर लिस्ट में शामिल नहीं है.
उनका वोट खरड़ विधानसभा सीट की वोटर लिस्ट में आता है, तो चन्नी को अपना वोट देने के लिए खरड़ में ही जाना पड़ा. उनके परिजनों में से अधिकांश के वोट भी खरड़ विधानसभा सीट में ही पड़ते हैं तो वे भी प्रदेश के सीएम और अपने घर के बेटे के लिए अपना कीमती वोट नहीं दे सके.
सुखबीर सिंह बादल (अकाली)
इस लिस्ट में दूसरा नाम सुखबीर सिंह बादल का है जो अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी के अलायंस की ओर से सीएम के चेहरे माने जा रहे हैं. सुखबीर सिंह बादल इस चुनाव में जलालाबाद सीट से उतरे हैं, पर जलालाबाद की वोटर लिस्ट में उनका नाम नहीं है. उनको मतदान का अधिकार बादल गांव में हासिल है, जहां की लंबी असेंबली सीट की वोटर लिस्ट में उनका नाम आता है. ऐसे में सुखबीर को ना खुद का और ना ही परिवार वालों का वोट हासिल हो सका.
इसके बावजूद सुखबीर सिंह बादल के परिवार के लिए यह राहत की बात रही कि वे भले ही सुखबीर के लिए जलालाबाद से वोट ना कर सके हो, पर लंबी सीट से सुखबीर सिंह बादल के पिता प्रकाश सिंह बादल चुनाव मैदान में है तो पूरे बादल परिवार ने प्रकाश सिंह बादल के लिए लंबी सीट पर वोट डाला.
खुद सुखबीर सिंह बादल ने लंबी पहुंचकर मतदान किया. उनके पिता प्रकाश सिंह बादल, पत्नी हरसिमरत कौर और बेटी हरकीरत कौर के साथ पूरे बादल परिवार की वोटिंग की तस्वीरें पंजाब की मीडिया में छाई रहीं. उल्लेखनीय है कि सुखबीर सिंह बादल के पिता प्रकाश सिंह बादल पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज रह चुके हैं.
भगवंत मान (AAP)
यह संयोग उपरोक्त दो सीएम चेहरों के साथ ही नहीं हुआ बल्कि पंजाब के मैदान में दमखम से उतर रही आम आदमी पार्टी के घोषित सीएम उम्मीदवार भगवंत मान के साथ भी हुआ. वह भी खुद को वोट नहीं दे पाए. कारण, भगवंत मान धुरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, पर चूंकि वह मोहाली में रहते हैं तो वहीं की वोटर लिस्ट में उनका नाम शामिल है. उन्होंने मोहाली में आकर ही वोटिंग की और इस तरह खुद को वोट देने की उनकी मंशा अधूरी रह गई.
ऐसा केवल सीएम पद के उम्मीदवारों के साथ ही नहीं हुआ, बल्कि पूरे पंजाब में और भी कई उम्मीदवारों के साथ यह स्थिति बनी. वह चुनाव कहीं से लड़ रहे हैं और वोट देने कहीं और जाना पड़ा.
मलोट से चुनाव लड़ रही है रुपिंदर रूबी को मतदान के लिए बठिंडा देहाती में जाना पड़ा और इसी तरह भटिंडा से चुनाव लड़ रहे मनप्रीत बादल भी खुद को वोट नहीं दे पाए, क्योंकि उनका वोट गिद्दड़बाहा की वोटर लिस्ट में है.
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