advertisement
राजस्थान (Rajasthan) की करणपुर (Karanpur) विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में बीजेपी की हार हुई है. कांग्रेस उम्मीदवार रुपिंदर सिंह कूनर ने बीजेपी प्रत्याशी और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेंद्र पाल सिंह को 11 हजार 261 वोटों से हराया है. बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के बाद इस सीट पर चुनाव टल गया था. जिसके बाद इस साल 5 जनवरी को वोटिंग हुई और सोमवार, 8 जनवरी को नतीजे आए हैं.
विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत के साथ प्रदेश में सरकार बनाई है. वहीं करणपुर में जीत के साथ कांग्रेस की कुल सीटें 70 हो गई हैं.
करणपुर में सिखों की आबादी ज्यादा है और यही वजह रही कि दोनों पार्टियों ने सिख उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा था. बीजेपी के सुरेंद्रपाल सिंह को विधायक बनने से पहले ही मंत्री बना दिया गया था. लेकिन चुनाव में बीजेपी का ये दांव नहीं चल सका और टीटी को हार का सामना करना पड़ा.
ऐसा पहली बार नहीं है जब सुरेंद्रपाल सिंह मंत्री बने थे. इससे पहले भी वो इसी सीट से विधायक और राजस्थान सरकार में मंत्री रह चुके हैं. साल 2003-2008 के दौरान वसुंधरा राजे सरकार में कृषि मंत्री रहे, इसके बाद 2013-2018 में खान और पेट्रोलियम मंत्री रहे.
इस बार भी मंत्रिमंडल में शामिल होने के बावजूद सुरेंद्रपाल सिंह जनता की पहली पसंद नहीं बन सके.
करणपुर चुनाव में कांग्रेस ने सहानुभूति कार्ड खेलते हुए गुरमीत सिंह कूनर के निधन के बाद उनके बेटे रुपिंदर सिंह कूनर को अपना प्रत्याशी घोषित किया था. कांग्रेस का ये दांव सफल रहा है. रुपिंदर को चुनाव में उनके पिता के नाम पर वोट मिला है. रूपिंदर ने पहले ही कहा था कि करणपुर की जनता उन्हें वोट उनके पिता गुरमीत सिंह कूनर के नाम पर देगी.
43 साल के रुपिंदर सिंह गंगानगर जिले के पदमपुर स्थित गांव 25 बीबी के रहने वाले हैं. चुनावी हलफनामे के मुताबिक रुपिंदर सिंह की पढ़ाई 12वीं क्लास तक हुई है. उनके खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.
करणपुर से आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी अपना उम्मीदवार खड़ा किया था. पृथ्वीपाल सिंह के आने से बीजेपी को नुकसान हुआ. चुनाव आयोग के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच हार-जीत का जो अंतर है, करीब उतने ही वोट AAP प्रत्याशी को मिले हैं.
श्रीगंगानगर में बीजेपी की लहर नहीं देखने को मिली. जिले में विधानसभा की कुल 6 सीटें हैं- श्रीगंगानगर, सादुलपुर, अनूपगढ़, सूरतगढ़, रायसिंहनगर और करणपुर सीट. 25 नवंबर को हुए चुनाव में कांग्रेस ने यहां की तीन सीटों- अनूपगढ़, सूरतगढ़ और रायसिंहनगर पर जीत दर्ज की थी. वहीं श्रीगंगानगर बीजेपी और सादुलपुर बीएसपी के खाते में गई थी. अब करणपुर सीट भी कांग्रेस के हिस्से में आई है.
वहीं इस बार के चुनाव में बीजेपी को यहां बड़ा झटका लगा है. पार्टी इस बार के चुनाव में न तो अपनी मौजूदा सीट बचा पाई और न ही सरकार बनाने के बावजूद करणपुर सीट जीत पाई.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)