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Sardarshahar में कांग्रेस की जीत, राजस्थान उपचुनाव में सहानुभूति का फॉर्मूला हिट

Sardarshahar By Election Result: कांग्रेस प्रत्याशी अनिल कुमार शर्मा ने बीजेपी उम्मीदवार को 26852 मतों से हराया

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चुनाव
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Sardarshahar में कांग्रेस की जीत,राजस्थान उपचुनाव में सहानुभूति का फार्मूला हिट

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राजस्थान की चूरू जिले की सरदारशहर विधानसभा सीट (Sardarshahar By-Election Result) पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अनिल कुमार शर्मा ने बीजेपी के अशोक पिंचा को 26852 मतों के अंतर से हराया है. इस सीट पर उपचुनाव कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन के कारण हुआ था. अनिल भंवरलाल के पुत्र हैं.

अनिल भंवरलाल ही नहीं राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के गठन के बाद अब तक हुए आठ उपचुनाव में से छह पर दिवंगत विधायकों के परिजन के सिर पर ही ताज सजा है. 2018 से अब तक अब तक हुए चार बार में आठ सीटों पर उपचुनाव हुए है.

राजस्थान उपचुनाव में सहानुभूति का हिट फार्मूला

सरदारशहर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा. इसके पीछे प्रमुख कारण सहानुभूति लहर कार्ड रहा. इस फार्मूले के साथ अबतक आठ में से छह सीटों पर कांग्रेस ने विपक्षी दल बीजेपी को करारी हार दी है. बीजेपी केवल राजसमंद सीट को बरकरार रख सकी है, वो भी तब जबकि बीजेपी ने दिवंगत विधायक किरण माहेश्वरी के पुत्री दीप्ति को टिकट दिया था.

वहीं एक और अन्य उपचुनाव में खींवसर सीट नागौर सांसद बनने के बाद हनुमान बेनीवाल की तरफ से खाली की गई थी. इस सीट पर उनके सगे भाई नारायण बेनीवाल ने ही उपचुनाव जीता. बेनीवाल की पार्टी के साथ बीजेपी का गठनबंधन होने के कारण इस सीट पर पार्टी ने प्रत्याशी नहीं उतारा था.

कांग्रेस ने मंडावा और धरियावाद सीट बीजेपी से छीनी है. तो दूसरी तरफ सुजानगढ़, सहाड़ा, वल्लभनगर पर अपना कब्जा बरकरार रखा है. डूंगरपुर जिले की धरियावाद सीट बीजेपी विधायक गौतमलाल मीणा के निधन के बाद खाली हुई थी. बीजेपी ने इस सीट से उनके पुत्र कन्हैयालाल का टिकट काटकर खेतसिंह मीणा को टिकट दिया था. सहानुभूति कार्ड हाथ में होने के बावजूद भी पार्टी का खेला गया दांव उलटा पड़ा और यहां बीजेपी प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहा था.
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कोरोना काल में मंत्री और सुजानगढ़ से विधायक मास्टर भंवरलाल, सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी, वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत, राजसमंद से बीजेपी विधायक किरण माहेश्वरी और धरियावद से बीजेपी विधायक गौतम लाल मीणा का निधन होने के कारण चुनाव हुए थे.

राजस्थान में 200 सदस्यीय विधानसभा में इस समय कांग्रेस के 108, बीजेपी के 71 और 13 निर्दलीय विधायक हैं. एक सीट खाली है, जबकि बाकी सीट अन्य दलों के पास है. राज्य में 2023 के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं.

उपचुनाव में जीत पर बोले गहलोत- यह 2023 में बहुमत का संदेश है

हालांकि उपचुनाव में मिली जीत को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के जवाबदेह सुशासन एवं जनकल्याणकारी योजनाओं पर जनता की मुहर करार दिया. उन्होंने कहा कि इस जीत से जनता का स्पष्ट संदेश मिलता है कि 2023 में कांग्रेस राजस्थान में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी. गहलोत ने लिखा कि जनता का यह स्पष्ट संदेश है कि 2023 में राजस्थान में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी. राजस्थान में पिछले चार वर्षों में हुए उपचुनावों में कांग्रेस ने छह सीटों पर जीत दर्ज की है. बीजेपी महज एक सीट जीत सकी है. वहीं, एक सीट पर पार्टी की जमानत जब्त हो गई और एक सीट पर वह तीसरे नंबर पर रही.

उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि राजस्थान की जनता ने बीजेपी को पूरी तरह से नकार दिया है. बीजेपी कितना भी झूठ बोल ले पर राजस्थान की जनता सच के साथ है और 2023 में रिवाज बदलकर फिर से कांग्रेस को जिताएगी.

दूसरी तरफ सरदारशहर उपचुनाव नतीजों पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने वक्तव्य जारी कर कहा कि, सरदारशहर में परिणाम हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं आए और इस सीट का इतिहास भी कुछ ऐसा रहा है कि 16 वां चुनाव था, एक बार यहां बीजेपी को जीत मिली है. यहां कार्यकर्ताओं ने परिश्रम किया, नेताओं ने समय नियोजित किया, लेकिन एक सहानुभूति वहां के लोगों के मन मस्तिष्क थी, इसलिए परिणाम हमारे विपरीत रहे.

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