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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पांच साल के कार्यकाल में पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की... या फिर नहीं? पीएम मोदी 17 मई को मीडिया के सामने आए. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी थे. तमाम मीडिया संगठन पीएम से सवाल पूछने आए, वो अलग बात है कि इस पीसी में उनसे ज्यादा बात बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने की.
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने पीएम मोदी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर तंज कसते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि पीएम प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये मैसेज देने के लिए था कि अगर चुनावी नतीजे गलत जाते हैं, तो इसकी जिम्मेदारी अमित शाह की रहेगी.’
ALT News के फाउंडर प्रतीक सिन्हा ने लिखा, ‘मोदी जी प्रेस कॉन्फ्रेंस और मन की बात में कंफ्यूज हो गए.’
कांग्रेस की सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर ने पीएम पर तंज कसते हुए लिखा, ‘ये श्री नरेंद्र मोदी जी की मन की बात का फिनाले एपिसोड था.’
इस 40 मिनट चली लंबी प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सवाल का जवाब नहीं दिया. सभी सवालों का जवाब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की तरफ से आया.
पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने लिखा, ‘आज, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस प्रेस अपीयरेंस बन गई.’
एक यूजर ने लिखा, ‘आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस देखने के बाद मैं कंफ्यूज हो गया हूं. मेरी मदद कीजिए. इस फोटो को देखिए और बताइए कि कौन पीएम मोदी और कौन मिस्टर शाह हैं?’
इसके बाद ट्विटर यूजर्स सोच में पड़ गए कि ये प्रेस कॉन्फ्रेंस आखिर किसकी थी?!
इसी दौरान, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
कई ट्विटर यूजर्स ने राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस को 'असली प्रेस कॉन्फ्रेंस' बताया. राहुल गांधी ने पीसी में मीडिया के सवालों का जवाब दिया, जिससे यूजर्स काफी इंप्रेस हुए.
जहां कई यूजर्स ने कुछ न बोलने पर पीएम की आलोचना की, तो कुछ क्रिएटिव यूजर्स ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को मीम में बदल दिया.
ध्यान देने वाली बात ये है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, फिर से बहुमत का दावा किया लेकिन जब एक पत्रकार ने पीएम से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि अध्यक्ष सबसे बड़े हैं, वो ही जवाब देंगे.
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