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तेलंगाना विधानसभा चुनाव (Telangana Election) में BRS भले ही अपना किला ना बचा पाई हो, लेकिन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) अपनी मीनार को सुरक्षित रखने में कामयाब रहे. तेलंगाना चुनाव में कांग्रेस ने उलटफेर करते हुए BRS को सत्ता की गद्दी से बेदखल कर दिया है. पिछले 9 साल से सत्ता पर काबिज BRS अब विपक्ष में बैठेगी. हैदराबाद (Hyderabad) की राजनीति के 'निजाम' ओवैसी की पार्टी ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की है. हालांकि, ओवैसी खुद किसी सीट से चुनाव नहीं लड़े, लेकिन उनके भाई अकबरुद्दीन मैदान में थे. ऐसे में लोग पूछ रहे हैं कि कांग्रेस की लहर में 'छोटे मियां' कितने बड़े अंतर जीते, या हार गए?
अकबरुद्दीन ओवैसी के सामने BRS के मुप्पी सीतारम रेड्डी और कांग्रेस के बी. नागेश, जबकि बीजेपी की तरफ से कौड़ी महेंदर मैदान में थे. इस सीट पर 1816 वोट पाकर BRS दूसरे स्थान पर रही, जबकि 16414 वोट पाकर बीजेपी तीसरे स्थान पर, वहीं 14589 वोट पाकर कांग्रेस के बी. नागेश चौथे स्थान पर रहे.
अकबरुद्दीन ओवैसी को 99776 वोट हासिल हुए और अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार BRS के मुप्पी सीतारम रेड्डी से 81660 वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की. ये आंकड़ा पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा है. यानी कह सकते हैं कि इस बार पिछले साल के मुकाबले बंपर वोट से जीत हासिल की है.
वहीं, औवेसी की पार्टी की जिन दो सीटों पर डोर कटी उनमें से एक जुबली हिल्स है, जहां से BRS के मगंती गोपीनाथ ने जीत दर्ज की है, और कांग्रेस की तरफ से सीएम की रेस में आगे माने जा रहे अजहरुद्दीन की हार हुई है. यहां से AIMIM 7 हजार से ज्यादा वोट दर्ज किए हैं. वहीं, दूसरी सीट पर जहां AIMIM की हार हुई है, वो राजेंद्रनगर सीट है. यहां से औवैसे के इकलौते हिंदू उम्मीदवार खड़े थे. इस सीट से औवैसी ने मंदागिरी स्वामी यादव को मैदान में उतारा था. मंदागिरी 25 हजार से ज्यादा वोट पाकर चौथे स्थान पर रहे.
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