तेलंगाना विधानसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर हुआ है, तेलंगाना में बीआरएस को पछाड़कर पहली बार कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. लेकिन इन चर्चाओं के बीच लोग ये भी जानना चाहते हैं कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) का क्या हुआ? कितनी सीटों पर जीत हासिल हुई?
दरअसल, हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) ने नौ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. जिन नौ सीटों पर एमआईएम चुनाव लड़ रही है, उनमें से सात हैदराबाद में आती हैं.
अगर सीटों को देखें तो असदुद्दीव ओवैसी के लिए ये चुनाव न घाटे का रहा, न फायदे का. असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने पिछली बार की तरह इस बार भी सात सीटों पर जीत दर्ज की है.
एमआईएम ने इस बार चारमीनार, बहादुरपुरा, मलकपेट, चंद्रयानगुट्टा, नामपल्ली, याकुतपुरा, कारवन, राजेंदर नगर और जुबली हिल्स पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. राजेंदर नगर और जुबली हिल्स को छोड़कर AIMIM ने सात सीटों पर जीत हासिल की है.
7 सीटों में AIMIM के उम्मीदवार जीते
चारमिनार से मीर जुल्फिकार अली 22853 वोट से जीते.
बहादुरपुरा से मोहम्मदी मोबीन 67025 वोटों से चुनाव जीते.
मलकपेट से अहमद बिन अब्दुल्ला बालाला 18 हजार से ज्यादा वोटों से जीते.
चंद्रयानगुट्टा से असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी 81467 वोटों से जीते.
येकुटपुरा से जफर हुसैन 810 वोट से जीत गए हैं.
नमपाली से मोहम्मद मजीद हुसैन- 4136 वोटों से आगे चल रहे हैं.
करवन से कौसर मोहिउद्दीन- 11753 वोटों से आगे चल रहे हैं, यहां बीजेपी के अमर सिंह दूसरे नंबर पर हैं.
राजेंदर नगर से मंदागिरि स्वामी यादव- 19978 वोटों के साथ 4 नंबर पर हैं.
जुबली हिल्स से एम डी राशिद फराजुद्दीन- 5841 वोटों के साथ 3 नंबर पर हैं.
अकबरुद्दीन ओवैसी की बड़ी जीत
अपने भाषणों की वजह से विवादों में रहने वाले असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी 1999 से लगातार चंद्रायनगुट्टा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं और जीत रहे हैं. इस बार अकबरुद्दीन ओवैसी को 99545 वोट मिले हैं और वो 81467 वोटों से चुनाव जीते हैं. साल 2018 में अकबरुद्दीन ओवैसी ने 80264 वोट से जीत हासिल की थी.
बता दें कि चुनाव से ठीक पहले पुलिसवाले को धमकाने का आरोप लगा था और अकबरुद्दीन के खिलाफ FIR दर्ज किया हुआ था.
पिछली बार के AIMIM के 7 विधायक
मलकपेट - अहमद बिन अब्दुल्ला बालाला
नमपाली- जाफर हुसैन
करवन- कौसर मोहियुद्दीन
चारमिनार- मुमताज अहमद खान
चंद्रयानगुट्टा- अकबरुद्दीन ओवैसी
येकुटपुरा- सैयद अहमद पाशा क्वाद्री
बहादुरपुरा- मोहम्मद मोजाम खान
AIMIM मानी जा रही थी किंगमेकर, लेकिन..
तेलंगाना में AIMIM किंगमेकर मानी जाती है. ऐसा माना जा रहा था कि अगर बीआरएस बहुमत से थोड़ा सा भी चूकती है तो ऐसे में ओवैसी उसे अपना समर्थन दे देंगे. लेकिन इस बार के नतीजों में कांग्रेस बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है इसलिए कहानी पूरी तरह से बदल गई है.
दूसरी ओर कांग्रेस के साथ-साथ बीजेपी को फायदा होता दिख रहा है. कांग्रेस को 119 में से 64 सीट, बीआरएस को 39 और बीजेपी को 8 सीटें मिली हैं. इस चुनाव में कांग्रेस को करीब 40 फीसदी, बीआरएस को 38 फीसदी, बीजेपी को करीब 14% वहीं AIMIM को करीब ढाई फीसदी वोट मिले हैं.
2018 में क्या हुआ था?
2018 में तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भारत राष्ट्र समिति (BRS) को 119 में से 88 सीटों पर जीत मिली थी. मतलब 46.87 फीसदी वोट मिले थे. कांग्रेस को 19 सीटों के साथ 28.43 फीसदी वोट, AIMIM को 7 सीट और 2.71% वोट, बीजेपी को 6.98% वोट मिले थे.
(ये सारे आंकड़े 5 बजे तक इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर हैं.)
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