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कोरोना महामारी (COVID-19) की तीसरी लहर के बीच विधानसभा चुनाव करा रहे चुनाव आयोग के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराना एक बार फिर मुश्किल काम साबित हो रहा है. चुनावी रैली पर 15 जनवरी तक लगे प्रतिबंध के बाद भी शुक्रवार, 14 जनवरी को हजारों की संख्या में कार्यकर्ता लखनऊ में SP मुख्यालय पर ‘वर्चुअल रैली’ के लिए जमा हो गए. मौका था स्वामी मौर्य समेत औपचारिक रूप से 7 विधायकों के समाजवादी पार्टी में एंंट्री की.
इन सभी नेताओं ने हाल ही में बीजेपी छोड़ी है और आज समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. इस मौके पर पार्टी की ओर से वर्चुअल रैली का आयोजन किया गया. वर्चुअल रैली को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में खासा उत्साह रहा और कोविड-19 प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ीं.
लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि चुनाव आयोग के आदेशों का उल्लंघन कर जहां भी लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं, वहां शहर की पुलिस तैनात की जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि समाजवादी पार्टी की वर्चुअल रैली बिना पूर्व अनुमति के हुई. उन्होंने कहा कि "सूचना मिलने पर पुलिस टीम और मजिस्ट्रेट को एसपी कार्यालय भेजा गया. उनकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी."
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