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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) समेत देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के पहले माहौल सरगर्म है. चुनाव आयोग की पाबंदियों के बाद फिलहाल रैलियाों और रोड शो पर रोक है लेकिन सत्ता के गलियारों में चुनावी सरगर्मियां बढ़ चुकी हैं.
इन सब के बीच डालते हैं नजर उत्तर प्रदेश में सोमवार, 17 जनवरी को चुनाव से जुड़ी पांच बड़ी खबरों पर.
AIMIM ने सोमवार को यूपी विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. AIMIM ने इसके लिए दो सूचियों में उम्मीदवारों के नाम जारी किए. AIMIM ने इस बार सभी नए चेहरों को तरजीह दी है. वहीं, पार्टी ने एक हिंदू उम्मीदवार को भी टिकट दिया है.
राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी के गठबंधन वाली चुनावी टीम ने छपरौली और बड़ौत विधानसभा क्षेत्र से दो प्रत्याशियों का ऐलान किया है. आरएलडी ने छपरौली से वीर पाल राठी और बड़ौत से जयवीर सिंह तोमर को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार को कहा है कि भारतीय किसान यूनियन का यूपी चुनाव में किसी भी पार्टी को समर्थन नहीं है. दरसअल, रविवार को भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने सपा और रालोद को समर्थन देने का ऐलान किया था. हालांकि, मामले को तूल पकड़ता देख उन्होंने यूटर्न लेते हुए स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव में उनकी पार्टी किसी का समर्थन नहीं कर रही है.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (पीएसपीएल) का समाजवादी पार्टी में औपचारिक विलय होने के बावजूद, पीएसपीएल के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि वह और उनकी पार्टी के उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे. शिवपाल यादव ने कहा कि हालांकि उनकी पार्टी को एक चुनाव चिह्न् 'स्टूल' आवंटित किया गया था, लेकिन इसे लोकप्रिय बनाने के लिए बहुत कम समय बचा था.
उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले आज सोमवार को अखिलेश यादव ने बीजेपी को हराने के लिए अन्न संकल्प लिया.अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी सरकार बनने पर गन्ना किसानों को 15 दिन में भुगतान किया जाएगा, किसान रिवॉल्विंग फंड दिया जाएगा. इसके साथ-साथ किसानों को मुफ्त बिजली, ब्याज मुक्त लोन और बीमा भी दिया जाएगा
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