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ये जो यूपी है ना! (Yeh Jo Up Hai Na!) यहां चुनाव है और मेन फाइट बीजेपी और एसपी की दिख रही है. लेकिन इस बीच एंट्री ममता बनर्जी की हुई है. जो अखिलेश यादव का साथ देने के लिए बंगाल से लखनऊ पहुंच गईं. साथ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी. वर्चुअल रैली में एसपी के लिए वोट मांगेंगी. लेकिन क्या इससे यूपी के वोटर पर फर्क पड़ेगा? दूसरा सवाल कि ममता दीदी का यूपी में आने का मकसद अखिलेश को चुनाव जिताना है या इसके जरिए वो कुछ और ही साधना चाहती हैं.
बंगाल में फेमस हुआ खेला होबे गाना आपने सुना ही होगा, फिर अखिलेश ने राजभर के साथ मिल कर यूपी में खदेड़ा होइबे का नारा दिया. खेला होबे गाने को लिखने और गाने वाले टीएमसी के देवांग्शु भट्टाचार्य का इस पर कहना है कि "दोनों जगहों की राजनीतिक स्थिति और लड़ाई अलग-अलग तरह की है. एक जगह (बंगाल में) सत्ताधारी पार्टी को वापस सत्ता में लाना था, जबकि दूसरी जगह उत्तर प्रदेश में यह सत्ताधारी पार्टी को हटाने के बारे में है."
आपको याद होगा कि बंगाल के चुनाव में अखिलेश यादव ने ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को समर्थन दिया था पर वो प्रचार के लिए बंगाल नहीं गए थे. लेकिन ममता लखनऊ पहुंच रही हैं. हालांकि यहां उनका कोई जनाधार नहीं है ना ही वो चुनाव लड़ रही हैं. तो फिर ममता का अखिलेश को समर्थन के सियासी मायने क्या हैं, अखिलेश को कितना फायदा होता दिख रहा है?
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