Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Elections Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Uttar pradesh election  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019UP Election: वाराणसी के मल्लाह BJP से क्यों हैं नाराज, क्या हैं उनकी शिकायतें?

UP Election: वाराणसी के मल्लाह BJP से क्यों हैं नाराज, क्या हैं उनकी शिकायतें?

UP Election 2022: क्विंट ने जानने की कोशिश की कि बनारस के इन मल्लाहों का राजनैतिक रुझान इस बार किस ओर है

फातिमा खान
उत्तर प्रदेश चुनाव
Published:
<div class="paragraphs"><p>UP Election: वाराणसी के मल्लाह BJP से क्यों हैं नाराज, क्या हैं उनकी शिकायतें?</p></div>
i

UP Election: वाराणसी के मल्लाह BJP से क्यों हैं नाराज, क्या हैं उनकी शिकायतें?

(फोटो- क्विंट)

advertisement

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में अस्सी घाट काफी चर्चित जगह है. अस्सी घाट वैसे तो कई धार्मिक मान्यताओं के लिए भी मशहूर है लेकिन यहां के मनमोहक दृश्य अपने आप में वाराणसी की खूबसूरती समेटें हुए हैं. अस्सी घाट के इस सौन्दर्य में यहां चलने वाली नावों का बड़ा योगदान है और सालों से इन नावों को चला रहें मल्लाहों का भी. उत्तर प्रदेश चुनावों (Uttar Pradesh Elections) के बीच अपनी चुनावी यात्रा पर निकली क्विंट की टीम ने जानने की कोशिश की कि इन मल्लाहों का राजनैतिक रुझान इस बार किस ओर है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

वाराणसी के मल्लाह प्रमोद मांझी ने बताया कि वह बीजेपी के बेहद कटटर समर्थक रहें हैं. लेकिन एकाकक लॉकडाउन लगाने, वाराणसी में अस्सी घाट और उसके आस-पास क्रूज चलने और लॉकडाउन में उनकी अनदेखी के चलते वह बीजेपी से बेहद नाराज है.

उनका कहना है की क्रूज के आने से उनकी आमदनी में काफी फर्क पड़ा है. उन्होंने इसके खिलाफ प्रदर्शन भी किया लेकिन उन्हें क्रूज को तीन महीनें में हटाने का झूठा आश्वासन दिया गया. आज 3 साल हो गए क्रूज हटने की जगह और बढ़ गए.

बताया गया कि कुछ मल्लाहों ने लॉकडाउन में कर्ज भी लिया. कुछ ने बताया की तमाम मुश्किलों का सामना करने के बाद भी वो आज भी नरेंद्र मोदी के साथ हैं. कुछ मल्लाहों का कहना है कि वह हिंदुत्व के मुद्दे पर बीजेपी के साथ हैं. वह धर्म के प्रति समर्पित लोग है इसलिए तमाम मुश्किलों का सामना और नाराजगी के बाद भी वह नरेंद्र मोदी और बीजेपी के साथ हैं. देखिये बनारस से क्विंट की यह खास रिपोर्ट.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT