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BMC ने मुंबई के बांद्रा में स्थित मशहूर महबूब स्टूडियो को 1000-बेड के क्वॉरंटीन सेंटर में बदलने का प्रस्ताव रखा था. ऐसी रिपोर्ट सामने आने के बाद BMC के इस प्लान ने स्टूडियो के पास रहने वाले बांद्रा निवासियों में खलबली मचा दी.
मुंबई के एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, BMC के प्लान को बांद्रा के निवासियों का काफी विरोध झेलना पड़ा. लोगों को डर था कि 'क्वॉरंटीन सेंटर बनने से और मॉनसून करीब होने से वो संक्रमण के खतरे' में आ सकते हैं. कुछ लोगों का कहना था कि कॉमन स्टॉर्मवाटर ड्रेन से मॉनसून के समय कोरोना वायरस उनके घरों में आ जाएगा.
लेकिन बांद्रा की एक निवासी ने BMC के प्लान का विरोध करने को लेकर इलाके के लोगों की आलोचना की है. 17 साल की उम्र से बांद्रा में रह रहीं एक्टर पूजा भट्ट ने कहा, "मुझे लगता है कि ये बहुत ही स्वार्थी और अमानवीय कदम है. इनमें से कई लोग पूरे साल अपनी बिल्डिंगों के बाहर कूड़ा फैलाते होंगे. मैं ये इसलिए कह रही हूं क्योंकि इन लोगों के फैलाए कूड़े को मैंने BMC की मदद से उठवाया है."
अपने अपार्टमेंट के करीब के इलाकों की तस्वीरें शेयर करते हुए पूजा भट्ट ने कहा, "मैं रेबेलो रोड पर रहती हूं. मेरी बिल्डिंग के सामने का पेवमेंट हमेशा कूड़े से भरा रहता है, उस कूड़े से जो ये लोग फेंकते हैं और अब शिकायत कर रहे हैं."
पूजा भट्ट ने बताया कि वो इन सब मामलों के बारे में BMC के अधिकारी प्रकाश गोहिल और शरद उघाडे को बताती हैं. इसके बाद वो इस कूड़े को साफ कराते हैं. पूजा कहती हैं, "BMC कितना करेगी? क्या ये हमारी ड्यूटी नहीं कि हम उनकी मदद करें? रेबेलो और वेरोनिका रोड के पास रहने वाले लोग इसे अपनी ड्यूटी नहीं समझते. और अब ये क्वॉरंटीन सेंटर का विरोध कर रहे हैं. मैं इन लोगों का पाखंड देख कर चौंक गई हूं."
पूजा करीब एक महीने से रायगढ़ में हैं. वो वहां उनके घर के करीब एक गांव में राशन और जरूरी सामान मुहैया करा रही हैं.
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