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मशहूर एक्टर समीर खाखर (Sameer Khakhar Death) का निधन हो गया है. द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, समीर खाखर सांस की तकलीफ और अन्य समस्याओं से पीड़ित थे. 14 मार्च की दोपहर उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी, जिसके बाद समीर को बोरीवली के एमएम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वो जिंदगी से जंग हार गए.
समीर के भाई ने बताया कि 'कल सुबह उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई, हमने डॉक्टर को घर बुलाया तो उन्होंने उन्हें आईसीयू में भर्ती करने को कहा. इसलिए उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया. धीरे-धीरे उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया और आज सुबह 4:30 बजे वो गिर गए थे.'
मशहूर फिल्म मेकर हंसल मेहता ने समीर को याद करते हुए लिखा है कि 'कॉलेज में दोस्तों ने मेरा नाम खोपड़ी रखा था. आज भी मेरे करीब दोस्त इसी नाम से बुलाते हैं. लेकिन अब समय आ गया है कि इसे गुडबॉय कहा जाए. गुडबॉय समीर खाखर. आपकी यादों के लिए धन्यवाद.'
9 अगस्त, 1952 को जन्मे समीर खाखर ने एक्टिंग की दुनिया में अपने करियर की शुरुआत धारावाहिक शो 'नुक्कड़' से की थी. ये सीरियल दूरदर्शन पर 1986-87 में टेलीकास्ट किया गया था. सीरियल कुंदन शाह और सईद अख्तर मिर्जा ने डायरेक्ट किया था. जिसके बाद वो दूरदर्शन के ही धारावाहिक 'सर्कस' में चिंतामणि की भूमिका निभाते हुए नजर आए. डीडी मेट्रो के धारावाहिक 'श्रीमान श्रीमती' में भी समीर ने फिल्म निर्देशक टोटो की भूमिका निभाई. इसके अलावा उन्होंने धारावाहिक 'संजीवनी' में भी गुड्डू माथुर का रोल अदा किया था.
दर्शक के दिलों पर राज करने वाले समीर 'पुष्पक', 'शहंशाह', 'रखवाला', 'दिलवाले', नफरत की आंधी, 'राजा बाबू' 'हंसी तो फंसी', 'पटेल की पंजाबी शादी' जैसी कई फिल्मों में काम किया. हालांकि साल 1996 में उन्होंने भारत छोड़कर अमेरिका चले गए थे और वहां एक्टिंग से अलग जावा कोडर के रूप में नौकरी करते थे. हालांकि साल 2008 में उनकी नौकरी छूट गई और वो फिर से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री मे वाापसी की और दो गुजराती प्ले में काम किया.
बता दें कि हिंदी शोज और फिल्मों के अलावा गुजराती थिएटर में भी समीर का अहम योगदान था.
फिल्मों के अलावा अदालत और संजीवनी जैसे टीवी शोज और जी5 की वेब सीरीज सनफ्लावर में भी नजर आए थे. हालांकि समीर को आखिरी बार वेब सीरीज फर्जी में देखा गया. वहीं फिल्मों में आखिरी बार सलमान खान की फिल्म जय हो में नजर आए थे.
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