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रेप के आरोप में जेल में एक महीने गुजारने के बाद टीवी एक्टर करण ओबेरॉय अब बाहर आ चुके हैं. उनपर रेप का आरोप लगाने वाली महिला भी गिरफ्तार हो चुकी है. मुंबई पुलिस ने 6 मई को ' एक्टर करण ओबेरॉय को रेप और ब्लैकमेलिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था. अब जेल से बाहर आने के बाद करण ने एक इंटरव्यू में अपना दर्द बयां किया है.
करण ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते हुए कहा-
करण ने बताया कि उस महिला ने उनसे कहा था कि उसके पास पावर है इसी वजह से करण के माता-पिता बीमार हो गए. उस महिला ने सुसाइड करने की धमकी दी और मुझपर भी हमला किया था. करण उस महिला के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर चुके थे, हालांकि उन्हें एफआईआर न करने का रिग्रेट है.
करण का दावा है कि अक्टूबर, 2018 से महिला से बात नहीं की थी. करण बताते हैं कि उन्होंने महिला के साथ अपना रिश्ता खत्म कर दिया था, उसके बाद भी वो उनको मैसेज करती रही, और जब उसका नंबर ब्लॉक कर दिया, तो दूसरे नंबरों से फोन कर परेशान करती थी.
जेल में बीते हुए वक्त को याद करते हुए करण ने बताया-
करण ने बताया कि वह अपने एक्पीरियंस के बारे में एक बुक लिख रहे हैं, जिसपर उन्होंने जेल में ही काम करना शुरू कर दिया था. करण के जेल के जाने के बाद #Mentoo कैंपेन चलाने की चर्चा चल रही है, इस पर करण कहते हैं-
करण का दावा है कि #MenToo न्याय और लैंगिक समानता के बारे में है, उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि जब महिलाओं के किसी करीबी आदमी पर झूठा आरोप लगाया जाता है तो उनको भी चोट पहुंचती है.
करण ने अपनी बात ये कहते हुए खत्म की कि इस घटना ने उनके करियर से ज्यादा उनके दिमाग को हानि पहुंचाई है और "ऑफर तो अब भी आ रहें हैं."
(टाइम्स ऑफ इंडिया के इनपुट्स के साथ)
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