एक महीने के बाद जेल से बाहर आए करण ओबेरॉय, बताई आपबीती

मुंबई पुलिस ने 6 मई को ‘ एक्टर करण ओबेरॉय को रेप और ब्लैकमेलिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था.

क्विंट हिंदी
बॉलीवुड
Published:
करण ओबेरॉय ने शेयर किया अपना जेल का अनुभव 
i
करण ओबेरॉय ने शेयर किया अपना जेल का अनुभव 
(फोटो:स्क्रीनशॉट)

advertisement

रेप के आरोप में जेल में एक महीने गुजारने के बाद टीवी एक्टर करण ओबेरॉय अब बाहर आ चुके हैं. उनपर रेप का आरोप लगाने वाली महिला भी गिरफ्तार हो चुकी है. मुंबई पुलिस ने 6 मई को ' एक्टर करण ओबेरॉय को रेप और ब्लैकमेलिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था. अब जेल से बाहर आने के बाद करण ने एक इंटरव्यू में अपना दर्द बयां किया है.

करण ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते हुए कहा-

मेरी  उस महिला से एक डेटिंग साइट के जरिए बातचीत शुरू हुई, मैं उसे एक एस्ट्रोलॉजर के तौर पर जानता था, लेकिन जब मुझे ये पता चला कि वह काला जादू करती है, तो मैंने उससे दूरी बना ली. हालांकि, वह मुझसे मिलती रही और घर भी आती रहीं. 

करण ने बताया कि उस महिला ने उनसे कहा था कि उसके पास पावर है इसी वजह से करण के माता-पिता बीमार हो गए. उस महिला ने सुसाइड करने की धमकी दी और मुझपर भी हमला किया था. करण उस महिला के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर चुके थे, हालांकि उन्हें एफआईआर न करने का रिग्रेट है.

करण का दावा है कि अक्टूबर, 2018 से महिला से बात नहीं की थी. करण बताते हैं कि उन्होंने महिला के साथ अपना रिश्ता खत्म कर दिया था, उसके बाद भी वो उनको मैसेज करती रही, और जब उसका नंबर ब्लॉक कर दिया, तो दूसरे नंबरों से फोन कर परेशान करती थी.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

जेल में बीते हुए वक्त को याद करते हुए करण ने बताया-

मुझे एक बैरक में 92 कैदियों के साथ रखा गया था और वहां हम हर दिन कुछ घंटे केवल उठ सकते थे और घूम सकते थे. मैंने बिना किसी कारण के बहुत से लोगों को जेल में रहते देखा और अब मेरा लक्ष्य उनके लिए लड़ना है.

करण ने बताया कि वह अपने एक्पीरियंस के बारे में एक बुक लिख रहे हैं, जिसपर उन्होंने जेल में ही काम करना शुरू कर दिया था. करण के जेल के जाने के बाद #Mentoo कैंपेन चलाने की चर्चा चल रही है, इस पर करण कहते हैं-

#MenToo मूवमेंट #MeToo मूवमेंट को नुकसान नहीं पहुंचाता, बल्कि वास्तव में उसी को पूरा करता है. (#MenToo का उद्देश्य पुरुषों के खिलाफ बलात्कार और यौन उत्पीड़न के झूठे आरोप लगाकर कानून का दुरुपयोग करने वाली महिलाओं के बारे में जागरूकता पैदा करना है.

करण का दावा है कि #MenToo न्याय और लैंगिक समानता के बारे में है, उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि जब महिलाओं के किसी करीबी आदमी पर झूठा आरोप लगाया जाता है तो उनको भी चोट पहुंचती है.

करण ने अपनी बात ये कहते हुए खत्म की कि इस घटना ने उनके करियर से ज्यादा उनके दिमाग को हानि पहुंचाई है और "ऑफर तो अब भी आ रहें हैं."

(टाइम्स ऑफ इंडिया के इनपुट्स के साथ)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT