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लता मंगेशकर नहीं रहीं. 92 साल की उम्र में निधन हो गया. कैलाश खेर ने कहा, कल मां सरस्वती का पूजन था. आज उनकी विदाई हुई है. भारत रत्न लता दी 29 दिन तक कोरोना और फिर निमोनिया से लड़ीं. लेकिन 6 फरवरी की सुबह 8.20 बजे जिंदगी की जंग हार गईं. पूरे देश ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी.
लता दी का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ. पिता दीनानाथ मंगेशकर भी एक गायक थे. लता मंगेशकर को गायन की कला विरासत में मिली, जिसे वे एक मुकाम तक ले गईं. भारत रत्न बन देश का गौरव बनीं.
पिता की मृत्यु हुई. तब लता जी सिर्फ 13 साल की थीं. अचानक से उनके कंधों पर छोटे भाई-बहनों की जिम्मेदारी आ गई. लता जी ने अपना पूरा जीवन परिवार को ही समर्पित कर दिया. उन्होंने कभी अपने लिए न सोच कर सिर्फ अपने परिवार के लिए सोच और शादी नहीं की.
हर्ष में. विषाद में. भक्ति में. राष्ट्र भक्ति में. प्रेम में. परिहास में. हर भाव में लता जी ने गाया. कहते हैं कि लता जी गाना गाते समय चप्पल नहीं पहनती थीं. गाना उनके लिए ईश्वर की पूजा करने जैसा ही था. कोई उनके घर जाता तो उसे अपने माता-पिता की तस्वीर और घर में बना अपने आराध्य का मन्दिर दिखातीं थीं.
शाहरुख खान मुंबई के दादर स्थित शिवाजी पार्क में अंतिम विदाई देने पहुंचे. शाहरुख के साथ सचिन तेंदुलकर और उनकी पत्नी अंजलि, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और रश्मि ठाकरे भी शिवाजी पार्क पहुंच श्रद्धांजलि दी. शिवाजी पार्क में राज ठाकरे, सुप्रिया सुले, शरद पवार, पीयूष गोयल को भी देखा गया. फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देने के लिए मुंबई स्थित उनके आवास 'प्रभुकुंज' पहुंचे थे.
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