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मणिपुर में दो दशक बाद दिखाई गई हिंदी फिल्म, कब और किसने लगाया था बैन?

Manipur: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर चुराचांदपुर में फिल्म 'उरी द सर्जिकल स्ट्राइक' को दिखाया गया.

मोहन सिंह
बॉलीवुड
Published:
<div class="paragraphs"><p>20 साल बाद मणिपुर में हिंदी फिल्म की स्क्रीनिंग</p></div>
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20 साल बाद मणिपुर में हिंदी फिल्म की स्क्रीनिंग

क्विंट हिंदी

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मणिपुर में चल रही जातीय हिंसा के बीच करीब 2 दशक बाद हिंदी सिनेमा की वापसी हुई है. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर चुराचांदपुर में एक अस्थायी ओपन थियेटर में फिल्म 'उरी द सर्जिकल स्ट्राइक' को दिखाया गया. इसका आयोजन आदिवासी संस्था हमार स्टूडेंट्स एसोसिएशन (HSA) ने किया था.

स्क्रीनिंग का उद्देश्य सितंबर 2000 में 'रेवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट' द्वारा हिंदी फिल्मों पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त करना था. HSA ने अपने एक बयान में कहा -

देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस को मनाने के लिए सार्वजनिक रुप से फिल्म की स्क्रीनिंग की है. यह पहल उन आतंकी समूहों और मैतेई समर्थक मणिपुर राज्य सरकार के प्रति हमारे विरोध को दर्शाने के लिए है, जिन्होंने दशकों से आदिवासियों को अपने अधीन कर रखा है.

 (फोटो-@LevinaNeythiri/Twitter)

बयान में आगे कहा गया है कि 'दो दशक से अधिक समय से हमारे शहर में एक भी फिल्म प्रदर्शित नहीं हुई है. मैतेई लोगों ने लंबे समय से हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगा रखा है.

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सन 2000 से मणिपुर में बैन बॉलीवुड फिल्में 

मणिपुर में अलगाववादी संगठन 'रेवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट ने हिंदी फिल्मों की स्क्रीनिंग और चैनलों पर हिंदी फिल्मों के प्रसारण पर सितंबर 2000 से प्रतिबंध लगाया था.

रेवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट ने कथित तौर पर दलील दी थी कि हिंदी फिल्में मणिपुरी मूल्यों के खिलाफ होती हैं.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2000 में मणिपुर में करीब 60 सिनेमाघर थे, वहीं संख्या घटकर अब 2 हो गई है.

फिल्म 'मैरी कॉम' भी नहीं हुई थी रिलीज

मणिपुर की चैंपियन मुक्केबाज मैरी कॉम की खुद की बायोपिक भी उनके गृह राज्य में रिलीज नहीं हुई.

2014 में पीटीआई को दिए गए एक इंटरव्यू में प्रियंका चोपड़ा ने बताया था कि मुझे इसके बारे में सुनकर बहुत दुख हो रहा है. मैरी ने खुद सरकारी अधिकारियों से बात की लेकिन कुछ नहीं हो सका. ये फैसले हमसे बड़े लोग लेते हैं. मैं निराश हूं कि वहां के लोग मेरी फिल्म नहीं देख सकते. ऐसा पिछले 10 सालों से हो रहा है.

मणिपुर में दिखाई गई आखिरी फिल्म थी 'कुछ-कुछ होता है'

मणिपुर के सिनेमाघरों में आखिरी बार जो हिंदी फिल्म रिलीज हुई थी, वो शाहरुख खान की 'कुछ कुछ होता है' थी. यह 1998 की बात है. उसके बाद ये यहां कोई हिंदी फिल्म प्रदर्शित नहीं हुई.

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