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बॉलीवुड एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता की तरफ से एक्टर नाना पाटेकर के खिलाफ लगाए गए सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप के मामले में मुंबई पुलिस ने जांच बंद कर दी थी. अब तनुश्री ने नाना को मिली इस क्लीन चिट के खिलाफ याचिका दायर करने का फैसला किया है.
तनुश्री दत्ता ने ओशिवारा पुलिस स्टेशन में फाइल की गई समरी रिपोर्ट का विरोध किया है, जिसमें नाना पाटेकर को सेक्सुअल हैरेसमेंट केस में क्लीन चिट दी गई थी.
इस मामले में तनुश्री के वकील नितिन सतपुते मुंबई में अंधेरी के रेलवे मोबाइल कोर्ट में तनुश्री दत्ता का पक्ष रख रहे हैं.
तनुश्री के वकील नितिन सतपुते ने रविवार को मीडिया से बताया:
पिछले महीने मुंबई पुलिस के प्रवक्ता, पुलिस के डिप्टी कमिशनर मंजूनाथ सिंघे ने मीडिया को बताया था, ''हां, हमने कोर्ट के सामने 'बी समरी' रिपोर्ट फाइल की है."
मुंबई पुलिस ने इस मामले में कोई सबूत न मिलने की बात कही थी. सबूतों की कमी का मतलब ये कि पुलिस के पास केस की आगे जांच करने का कोई आधार नहीं है. लेकिन तनुश्री के वकील ने कहा था कि वो पुलिस के इस कदम को चैलेंज करेंगे.
तनुश्री दत्ता ने सितंबर, 2018 में नाना पाटेकर के खिलाफ सेक्सुअल हैरेसमेंट का केस दर्ज कराया था. इसमें उन्होंने कहा था कि एक दशक पहले, साल 2008 में फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' के शूट के दौरान नाना ने उन्हें सेक्सुअली हैरेस किया था.
तनुश्री का कहना था कि नाना पाटेकर ने उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश की थी और उनसे बेहूदे डांस स्टेप करने के लिए कहा था. लेकिन नाना ने तनुश्री के इन सभी इल्जामों को बेबुनियाद बताया था.
पहले भी तनुश्री ने 'द क्विंट' को बताया था कि उन्हें क्यों लगता है कि इस केस में समझौता हुआ है. तनुश्री ने आरोप लगाया था कि नाना पाटेकर ने ‘नाम फाउंडेशन’ से करोड़ों रुपये बनाए, जो उनके खिलाफ किसी भी केस को बंद कराने के लिए काफी हैं.
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