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दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी को लेकर 'ग्रेट रॉबरी', 'गोविंदा गोविंदा' और 'हैरान' जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा का कहना है कि श्रीदेवी बहुत नाखुश महिला थीं. उन्होंने लिखा कि श्रीदेवी का जीवन इसका जीता जागता उदाहरण था कि किसी व्यक्ति का जीवन उसे देखने वाले की सोच से बिल्कुल अलग होता है.
उन्होंने लिखा, श्रीदेवी देश की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली महिला और सबसे बड़ी सुपरस्टार थीं, लेकिन यह कहानी का सिर्फ एक हिस्सा है.
राम गोपाल वर्मा ने कहा कि 'इंग्लिश विंग्लिश' की हल्की चमक को छोड़ दें तो श्रीदेवी बहुत नाखुश जिंदगी जी रही थीं. उन्होंने अपनी जिंदगी में बहुत कुछ देखा था और बहुत कम उम्र में फिल्मी सफर शुरू करने के कारण जिंदगी ने उन्हें सामान्य गति से बढ़ने का वक्त कभी नहीं दिया.
फिल्म निर्माताओं के लिए श्रीदेवी हमेशा बहुत शर्मीली, असुरक्षित महसूस करने वाली और कम आत्मविश्वास वाली अदाकारा थीं
राम गोपाल वर्मा ने कहा, "अब उनकी मौत पर आते हैं, सबसे ज्यादा संभावना इस बात की है कि हार्ट अटैक के बाद दुर्घटनावश टब में गिरने से उनकी मौत हुई हो."
उन्होंने कहा, "आत्महत्या और दुर्घटनावश मौत ज्यादातर बड़े समारोहों में होती हैं, क्योंकि तनावग्रस्त और असुरक्षाग्रस्त व्यक्ति यह नहीं समझ पाता कि दुनिया इतनी खुश क्यों है और इतना आनंद क्यों उठा रही है लेकिन वो उस खुशी को महसूस करने में सक्षम नहीं होते हैं."
उन्होंने कहा, "मैं सामान्य तौर पर किसी की मृत्यु के बाद ये नहीं कहता कि आपकी आत्मा को शांति मिले, लेकिन उनके मामले में मैं वास्तव में ये कहना चाहता हूं, क्योंकि मुझे पूरा विश्वास है कि जिंदगी में पहली बार उनको शांति मिली होगी."
(इनपुट: IANS)
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