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शाहरुख खान ने फिल्मों से कुछ वक्त के लिए दूरी बनाई हुई है. पर उनका कहना है कि वे अभी भी अच्छा सिनेमा बनाने की क्षमता रखते हैं.
शाहरुख की पिछली फिल्में दर्शकों को कुछ खास पसंद नहीं आईं. उनके मुताबिक आसपास के लोगों का जुनून उन्हें अच्छी कहानियां कहने पर मजबूर करता है.
शाहरुख ने ये बातें मेलबर्न में एक प्रोग्राम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए कहीं. शाहरुख ने बताया कि ‘जीरो’ के बाद उन्होंने ब्रेक का फैसला लिया था. इस बीच वे घूम रहे हैं और नई कहानियां खोज रहे हैं.
शाहरुख ने 9 अगस्त को मेलबर्न में एक फिल्म फेस्टिवल (IFFM) की शुरूआत की. इसमें रीमा दास की ‘Bulbul Can Sing’ का प्रदर्शन किया गया.
ट्रिप के दौरान शाहरुख खान को मेलबर्न स्थित ला ट्रोब यूनिवर्सिटी से मानद डिग्री भी दी गई. यह डिग्री उन्हें मीर फाउंडेशन के जरिए गरीब बच्चों, महिला अधिकारों के लिए संघर्ष करने और इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में योगदान को देखते हुए दी गई.
मेलबर्न में चलने वाले फिल्म फेस्टिवल में 60 से ज्यादा भारतीय फिल्में दिखाई जाएंगी. इनमें हिंदी, असमी, बंगाली और तमिल फिल्में शामिल हैं.
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