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महाराष्ट्र में सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) केस के अलावा अब कंगना (Kangana Ranaut) के मामले ने भी खूब हलचल मचाई है. इन दोनों मामलों को लेकर फिलहाल अब कोर्ट में सुनवाई चल रही है. वहीं राजनीति भी लगातार जारी है. बुधवार 9 सितंबर का दिन मुंबई में काभी बवाल भरा रहा, जहां एक तरफ BMC की कंगना रनौत के ऑफिस पर की गई कार्रवाई को लेकर चर्चा रही, वहीं मुंबई पहुंचने के बाद कंगना के बयानों ने भी माहौल और गरमा दिया. लेकिन अब BMC और कंगना के ये मामला फिलहाल कोर्ट में है. BMC ने कोर्ट में एफिडेविट दाखिल करते हुए कहा कि कार्रवाई नियमों के मुताबिक हुई, वहीं कंगना के वकील ने पूछा कि आखिर इतनी जल्दबाजी क्यों हुई?
कंगना का पूरा विवाद ऐसा दूसरा मामला बन चुका है, जिसने महाराष्ट्र की राजनीति में तूफान खड़ा कर दिया. कंगना के ऑफिस पर हुई बीएमसी की कार्रवाई को लेकर हाईकोर्ट ने स्टे लगाने का आदेश जारी किया था और बीएमसी से इसे लेकर एक एफिडेविट जमा कराने को कहा था. जिसके बाद इस मामले की सुनवाई कोर्ट में हुई. बीएमसी ने अपने एफिडेविट मे कहा कि कार्रवाई नियमों के तहत की गई है. कंगना को अवैध निर्माण के लिए नोटिस भी दिया गया था, जिसके बाद ही कार्रवाई की गई है.
कंगना के वकील की ओर से MRTP के कुछ बिंदुओं को कोर्ट के सामने रखने ने किए 14 तारीख का वक्त मांगा गया है. वहीं बीएमसी ने भी इस मामले में 18 सितंबर तक का वक्त मांगा. जिसके बाद कोर्ट ने 22 सितंबर तक सुनवाई को टाल दिया.
कंगना और शिवसेना के बीच शुरू हुए इस विवाद में सबसे पहले संजय राउत का नाम सामने आया था. कंगना ने उन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने कंगना को खुली धमकी दी है. अब इस मामले को लेकर संजय राउत ने कहा है कि,
उन्होंने आगे कहा कि, कंगना का विषय हमारे लिए खत्म हो गया है. हम अपने राजनीतिक और सामाजिक काम मे जुट गए हैं. कंगना क्या ट्वीट कर रही हैं हम नहीं पढ़ते हैं हम केवल सामना पढ़ते हैं.
इसके अलावा संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सीएम ठाकरे के बीच हुई मुलाकात को लेकर चल रही चर्चाओं को अफवाह बताया. उन्होंने कहा कि, सीएम उद्धव ठाकरे और पवार की मुलाकात में पार्टी के काम को लेकर चर्चा हुई. सोनिया जी या पवार साहब नाराज हैं ये गलत अफवाह मत फैलाइए.
रिया चक्रवर्ती को ड्रग्स सिंडिकेट में शामिल होने के आरोप में एनसीबी ने गिरफ्तार किया था. जिसके बाद कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. लेकिन इसके बाद फिर से रिया के वकील ने जमानत याचिका दायर की, जिस पर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है और शुक्रवार को कोर्ट अपना फैसला सुना सकता है. यानी एक और दिन रिया चक्रवर्ती को जेल में गुजारना होगा.
सुनवाई के दौरान एनसीबी की तरफ से रिया और उनके भाई की जमानत का कड़ा विरोध किया गया. एनसीबी ने कहा कि अभी मामले की शुरुआती जांच चल रही है, इसीलिए इन आरोपियों को न्यायिक हिरासत में ही रखा जाना चाहिए. अब मुंबई की स्पेशल कोर्ट शॉविक चक्रवर्ती, रिया चक्रवर्ती, अब्दुल बसीत, जैद विलात्रा, दिपेश सावंत और सैमुअल मिरांडा की याचिकाओं पर कल अपना फैसला सुनाएगी.
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