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रिया चक्रवर्ती की कानूनी टीम की तरफ से एक बयान जारी किया गया है, जिसमें कई तरह के दावे किए गए हैं. बयान में ये दावा किया गया है कि अपने ही परिवार से मिलने के लिए कई दिनों तक फोन पर रोते रहे थे सुशांत सिंह राजपूत, तब जाकर 8 जून को उनकी बहन मिलने और उनके साथ रहने पहुंचीं. साथ ही ये भी दावा है कि सुशांत की बहन प्रियंका ने नशे में धुत होकर रिया के साथ छेड़खानी की थी, जिसके बाद भाई-बहन के रिश्ते में दरार आ गई थी.
रिया की कानूनी टीम की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि सुशांत अपने परिवार को कॉल करते रहे ताकि उन्हें बता सकें कि वो मुंबई से बाहर जाना चाहते हैं और साथ ही वो उन्हें मिलने के लिये भी कह रहे थे.
''सुशांत के कई दिनों तक कॉल करने और रोने के बाद उनकी बहन मीतू 8 जून 2020 को उनके साथ आकर रहने को तैयार हुईं. इसी कारण सुशांत ने रिया को अपने माता-पिता के साथ जाकर रहने को कहा. रिया खुद अपने एन्जाइटी इश्यू और पैनिक अटैक से जूझ रहीं थीं. सुशांत के रवैया ने रिया की मानसिक स्थिति पर भी असर किया. रिया अपने परिवार से मिलना तो चाहती ही थीं, लेकिन सुशांत को छोड़ कर जाने में बहुत असहज भी थीं. 8 जून 2020 को ही रिया ने अपनी डॉक्टर सुजैन वॉकर के साथ मुलाकात तय की थी. वो सुशांत को मना रहीं थीं कि क्या वो अपने सेशन के बाद जा सकती हैं. हालांकि सुशांत ने अपनी बहन के पहुंचने से पहले ही उन्हें तुरंत जाने को कह दिया . रिया बिना मन के चली गईं और सुशांत को जाते हुये कहा कि किसी चीज की जरूरत हो, कोई बात हो तो वो उन्हें या उनके भाई को कभी भी बता सकते हैं.''
इस बयान में रिया चक्रवर्ती से छेड़खानी के भी आरोप लगाए गए हैं. बयान के मुताबिक, ‘’अप्रैल, 2019 के आसपास एक रात रिया और प्रियंका दोनों एक पार्टी में गई हुई थीं. प्रियंका ने काफी ज्यादा शराब पी ली थी, जिसके चलते वह पार्टी में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं संग भी अजीब हरकतें करने लगी थीं. प्रियंका ने नशे में धुत होकर रिया के साथ छेड़खानी की थी, जिससे बाद भाई-बहन के रिश्ते में दरार आ गई थी, उनकी बहस भी हुई थी.’’
ये भी कहा गया है कि ''सुशांत के निधन के बाद भी जब अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले बीस लोगों की सूची बनाई गई थी, तो रिया का नाम उसमें शामिल नहीं किया गया था और इसी के साथ उन्हें अंतिम संस्कार में शामिल होने से भी बाहर रखा गया था."
इस बयान में ऐसा दावा है कि रिया चक्रवर्ती, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे से कभी नहीं मिली हैं, साथ ही कभी दोनों की फोन पर भी बातचीत नहीं हुई है. रिया आदित्य ठाकरे को शिवसेना नेता के तौर पर जानती हैं.
बता दें कि इस केस में आदित्य ठाकरे का नाम भी सामने आया था और ठाकरे इसपर अपनी सफाई भी दे चुके हैं.
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