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एक्टर सोनू सूद कोरोना वायरस महामारी के इस मुश्किल समय में कई लोगों के लिए मसीहा बन गए हैं. जहां सोनू ने कई मजदूरों को उनके घर पहुंचाया, वहीं हाल ही में उन्होंने आंध्र प्रदेश के एक किसान परिवार को ट्रैक्टर दिया है, जो अपनी दोनों बेटियों से हल खिंचवाने को मजबूर था. सोनू सूद को सोशल मीडिया पर इस परिवार की स्थिति का पता चला था और उन्होंने परिवार की मदद करने की पेशकश की थी.
सोनू ने ट्विटर पर लिखा था, "कल सुबह इनके घर हल जोतने के लिए बैल का जोड़ा पहुंच जाएगा. लड़कियों को पढ़ाई पर ध्यान देने दें. कल सुबह से दो बैल इसके खेत जोतेंगे. किसान हमारे देश का गौरव हैं. उन्हें सुरक्षा दें."
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नायडू ने ट्रैक्टर के साथ परिवार का वीडियो शेयर किया. उन्होंने लिखा, "सोनू सूद जी से बात की और चित्तूर जिले में नागेश्वर राव के परिवार को ट्रैक्टर भेजने की उनकी मदद की सराहना की." चंद्रबाबू नायडू ने बताया कि सोनू सूद से प्रेरित होकर उन्होंने दोनों बेटियों की पढ़ाई का खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में रहने वाले इस परिवार की आर्थिक स्थिति महामारी और लॉकडाउन से प्रभावित हो गई थी. एक बेटी ने बताया कि वो 15 साल से मदनापल्ली में रह रहे थे, जहां उनकी चाय की दुकान हुआ करती थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद उन्हें वो दुकान बंद करनी पड़ी. एक महीने तक वहीं रहने के बाद वो अपने गांव लौट आए. उनके पास बैल या ट्रैक्टर खरीदने के पैसे नहीं थे, इसलिए दोनों बेटियां पिता की मदद करने लगीं.
इससे कुछ दिन पहले ही, सोनू ने बिहार के 'माउंटेन मैन' को मदद की पेशकश की थी. एक यूजर ने दसरथ मांझी के परिवार की तंगी को लेकर सोनू से मदद मांगी थी, जिसपर जवाब देते हुए उन्होंने लिखा था, "आज से तंगी खत्म. आज ही हो जाएगा भाई."
सोनू सूद सोशल मीडिया के जरिए लगातार लोगों की मदद को आगे आ रहे हैं. कुछ दिनों पहले उन्होंने एक महिला के साथ स्कूल खोलने की भी बात कही थी. एक वायरल वीडियो में एक महिला लाठी से करतब दिखा रही थी. सोनू ने लिखा था कि वो एक ट्रेनिंग स्कूल खोलना चाहते हैं, जहां ये महिला, दूसरी महिलाओं को सिखा सकें.
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