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बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने को लेकर लगातार काम कर रहे हैं. लोग सोशल मीडिया के जरिए सोनू सूद से गुहार भी लगा रहे हैं. हालांकि, कुछ दिन पहले, उनसे मदद की गुहार लगाते कुछ ट्वीट अचानक से गायब हो गए. जिन ट्वीट पर एक्टर ने जवाब दिया था, वो भी डिलीट नजर आने लगे, जिसके बाद इसे लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई.
इस पूरे मामले पर सोनू सूद ने क्विंट से बात की. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि बहुत से लोग पहले से ही अपने घर पहुंच गए हैं और उन्हें मदद मिल गई है, और क्योंकि उनके नंबर सोशल मीडिया पर हैं, वो शायद कॉल आ रहे होंगे. इसलिए मुझे लगता है कि कुछ को हटाया गया, ताकि नंबर इंटरनेट पर न रहें.”
सोनू सूद ट्विटर पर लगाातर फेक अकाउंट्स को लेकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं. उन्होंने हाल ही में एक वायरल फोटो पर लिखा, "इस तरह के ट्रैप में न फंसे. कई फेक लोग हालात का फायदा उठाना चाहते हैं. इसलिए अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में इसकी जानकारी दें. अगर आपसे कोई भी आदमी पैसा मांगता है तो उसके बारे में तुरंत सूचित करें. हमारी ये सेवा निशुल्क है."
प्रवासी मजदूरों की मदद करने पर सोनू सूद की हर कोई तारीफ कर रहा है. एक्टर से लेकर नेताओं तक ने उनकी बढ़ाई की है, लेकिन हाल ही में शिवसेना नेता संजय राउत से उन्हें आलोचना झेलनी पड़ी.
संजय राउत ने सूद पर निशाना साधते हुए अपने कॉलम 'रोकठोक' में लिखा था,
इसके बाद एक्टर ने मातोश्री पहुंचकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी.
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