श्रीदेवी को हुआ कार्डिएक अरेस्ट, क्या हैं इसके लक्षण

श्रीदेवी के देवर संजय कपूर ने दावा किया कि श्रीदेवी को पहले कभी हार्ट की समस्या नहीं थी.

क्विंट हिंदी
सितारे
Updated:
श्रीदेवी के देवर संजय कपूर ने दावा किया कि उन्हें पहले कभी हार्ट की समस्या नहीं 
i
श्रीदेवी के देवर संजय कपूर ने दावा किया कि उन्हें पहले कभी हार्ट की समस्या नहीं 
(फोटोः Twitter)

advertisement

श्रीदेवी महज 54 साल की थीं. अभी दो दिन पहले तक तो बिल्कुल फिट दिख रहीं थीं. अक्सर वर्कआउट की तस्वीरें भी शेयर करती थीं, जिसमें वो काफी हेल्दी दिख रही थीं. लेकिन खबरों के मुताबिक अचानक शनिवार रात कार्डिएट अरेस्ट की वजह से उन्होंने हमेशा के लिए अपनी आंखें बंद कर ली.

खलीज टाइम्स को दिए इंटरव्यू में श्रीदेवी के देवर संजय कपूर ने दावा किया कि उन्हें पहले कभी हार्ट की समस्या नहीं थी. फिर अचानक उनके साथ ऐसा कैसे हुआ?

जानकारी का इंतजार

अभी तक इस बारे में विस्तार से जानकारी का इंतजार किया जा रहा है. लेकिन इस बात पर लोग काफी चकित हैं कि जब पहले कभी श्रीदेवी को हार्ट संबंधी कोई बीमारी और परेशानी नहीं थी. तो फिर अचानक ये कार्डिएक अरेस्ट क्यों और कैसे हुआ.

इस मामले में फोर्टिस हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी के एचओडी डॉ अशोक सेठ का कहना है कि एक आदमी अगर हेल्दी भी दिखता है, तो हो सकता है कि उसकी धमनियों में ब्लॉकेज हो, जिस वजह से कार्डिएक अरेस्ट हो सकता है.

ये भी पढ़ें- बोनी कपूर ने इस तरह श्रीदेवी को बनाया अपना, ये लव स्टोरी हटके है

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
“यह बात काफी चौंकाने वाली है कि श्रीदेवी अपनी सेहत और फिटनेस का इतना खास ध्यान रखती थी, बावजूद इसके उन्हें कार्डिएक अरेस्ट का सामना करना पड़ा. जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाता, तब तक मौत के कारणों के बारे में साफ तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता. लेकिन जब किसी की मौत अचानक कार्डिएक अरेस्ट से हो तो यह मुमकिन है कि हार्ट अटैक की वजह से ऐसा हुआ हो.”
डॉ. अशोक सेठ, कार्डियोलॉजी, एचओडी, फोर्टिस हॉस्पिटल

नियमित चेक-अप की जरूरत

डॉ. सेठ का कहना है कि अब ऐसी स्थिति में सबसे पहला सवाल ये उठता है कि क्या लोगों को हर साल नियमित रूप से कार्डिएक चेक अप कराने की जरूरत है? निश्चित रूप से दिल की बीमारियों से बचने के लिए हर साल जांच कराना फायदेमंद साबित हो सकता है.

डॉक्टरों का कहना है कि कई ऐसे लक्षण होते हैं, जिसे आमतौर पर हम नजरअंदाज करते हैं. इन लक्षणों में थकान, चक्कर आना, सांस की तकलीफ, कमजोरी, सांस लेने में तकलीफ और उल्टी शामिल है. इस वजह से गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

वैसे डॉक्टरों का ये भी कहना है कि बगैर किसी लक्षण के भी अचानक से कार्डिएक अरेस्ट का सामना करना पड़ सकता है.

ये भी पढ़ें- श्रीदेवी का शव दुबई से 3 बजे होगा रवाना, मुंबई में अंतिम संस्कार

(क्विंट और बिटगिविंग ने मिलकर 8 महीने की रेप पीड़ित बच्ची के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है. 28 जनवरी 2018 को बच्ची का रेप किया गया था. उसे हमने छुटकी नाम दिया है. जब घर में कोई नहीं था,तब 28 साल के चचेरे भाई ने ही छुटकी के साथ रेप किया. तीन  सर्जरी के बाद छुटकी को एम्स से छुट्टी मिल गई है लेकिन उसे अभी और इलाज की जरूरत है ताकि वो पूरी तरह ठीक हो सके.छुटकी के माता-पिता की आमदनी काफी कम है, साथ ही उन्होंने काम पर जाना भी फिलहाल छोड़ रखा है ताकि उसकी देखभाल कर सकें. आप छुटकी के इलाज के खर्च और उसका आने वाला कल संवारने में मदद कर सकते हैं. आपकी छोटी मदद भी बड़ी समझिए. डोनेशन के लिए यहां क्लिक करें.)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 26 Feb 2018,01:37 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT