advertisement
श्रीदेवी ने अपनी दमदार एक्टिंग से हर फिल्म में अपने किरदार के साथ बखूबी इंसाफ किया, लेकिन बॉलीवुड में अपनी कमबैक फिल्म 'इंग्लिश विंग्लिश' में जिस तरह अपनी अदाकारी का लोहा उन्होंने मनवाया, उसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.
श्रीदेवी की इस कमबैक फिल्म को दर्शकों और क्रिटिक्स ने खूब पसंद किया गया था. पिछले साल फिल्म के 5 साल पूरे होने पर श्रीदेवी ने ट्विटर पर 'इंग्लिश विंग्लिश' की डायरेक्टर गौरी शिंदे के साथ अपनी तस्वीर साझा करते हुए लिखा था- " 5 चीयर्स टु इंग्लिश विंग्लिश"
'इंग्लिश विंग्लिश' की कहानी भारतीय समाज के ऐसे जाने- पहचाने पहलू को उजागर करती है, जो मध्यम वर्गीय परिवारों में अकसर देखने को मिलती है. हमारे देश में ऐसी महिलाओं की तादाद बहुत ज्यादा है, जो एक कामयाब हाउस वाइफ तो हैं, जो सबका ध्यान तो बखूबी रखती है, जिसके लिये उसका परिवार ही उसकी पहली प्राथमिकता है...लेकिन केवल इंग्लिश न बोल पाने की वजह से उन्हें अपने ही परिवार और बच्चों से छोटी-छोटी बात पर अपमानित होना पड़ता है. फिल्म के कई सीन दिल को छू लेते हैं. साथ ही यह फिल्म इस कड़वे सच को भी उजागर करती है कि एक बहुत बड़े हिस्से की आम बोलचाल की भाषा हिंदी होने के बावजूद हमारे देश में आज भी अंग्रेजी नहीं जानने वालों का मजाक उड़ाया जाता है.
इस फिल्म में एक सार्थक मैसेज दिया गया कि अपने स्वाभिमान के लिए एक गृहणी अगर चाहे तो कुछ भी कर सकती है, फिर चाहे वो इंग्लिश बोलना सीखने जैसा चुनौतीपूर्ण काम ही क्यों न हो. श्रीदेवी ने इस फिल्म के लीड रोल को जिस अंदाज और शिद्दत से निभाया, उसकी जितनी तारीफ की जाए, कम है.
ये भी पढ़ें - श्रीदेवी के सदमे से बॉलीवुड इमोशनल, PM और प्रेसिडेंट ने जताया दुख
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)