advertisement
ड्रग्स मामले की जांच में गिरफ्तार हुए धर्मा प्रोडक्शंस के पूर्व कर्मचारी क्षितिज प्रसाद ने 3 अक्टूबर को मुंबई कोर्ट को बताया कि उन्हें एक्टर रणबीर कपूर, डिनो मोरिया और अर्जुन रामपाल को 'झूठे मामले में फंसाने' के लिए 'मजबूर' किया गया. प्रसाद ने ये बयान तब दिया, जब नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने उन्हें स्पेशल जज के सामने रिमांड के लिए पेश किया था. NCB ने सभी आरोपों को 'झूठ' और 'निराधार' बताया है.
अपने बयान में प्रसाद ने कहा, "मेरे पिछले बयान के बाद मुझे बार-बार उत्पीड़ित किया जा रहा है और रणबीर कपूर, डिनो मोरिया और अर्जुन रामपाल को झूठे मामले में फंसाने के लिए 'मजबूर' किया गया."
क्षितिज ने दावा किया कि उन्हें 'मानसिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक तौर पर उत्पीड़ित' किया जा रहा है.
स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर अतुल सरपांडे ने कोर्ट को बताया कि प्रसाद के आरोप सच नहीं हैं. उन्होंने कहा, "हमने ये नाम नहीं लिए और न ही आरोपी ने पूछताछ के दौरान इनका जिक्र किया है. हमने कोर्ट को उनका बयान दिखाया है."
क्षितिज प्रसाद की न्यायिक हिरासत कोर्ट ने 6 अक्टूबर तक बढ़ा दी है. बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में सामने आए ड्रग एंगल की जांच के तहत NCB ने 26 सितंबर को उन्हें गिरफ्तार किया था.
उनके पहले की न्यायिक हिरासत की अवधि शनिवार को खत्म हो गई. एनडीपीएस की एक विशेष अदालत में उनकी पेशी हुई, जहां उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि को अगले मंगलवार तक बढ़ा दिया गया.
एनसीबी ने दावा किया था कि प्रसाद कई ड्रग सप्लायर्स और ट्रेडर्स के संपर्क में रहे हैं और वह खुद भी ड्रग्स का सेवन करते थे, जिसके चलते बाद में उनकी गिरफ्तारी की गई.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)