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बॉलीवुड अभिनेता इरफान (Irfan) को इस दुनिया से गए हुए 2 साल बीत चुके हैं, वो भले ही दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी पत्नी सुतापा सिकंदर की यादों में वो आज भी जिंदा हैं. उनकी पत्नी सुतापा सिकंदर अक्सर सोशल मीडिया पर इरफान खान को याद कर पोस्ट करती रहती हैं. Bollywood Bubble से बात करते हुए उन्होंने इरफान खान के साथ बिताए लम्हों को याद किया.
सुतापा उस वक्त वो याद करते हुए कहती हैं- इरफान chemotherapy नहीं कराना चाहते थे, वो सिर्फ आर्गेनिक खाना खाते थे, वो अक्सर डॉक्टर्स और एक्सपर्ट से बीमारी को लेकर बातें करते थे. उस वक्त घर में काफी तनाव था, हम कई रातों को सो तक नहीं पाए, मैं उस दौरान हर वक्त उनके साथ रहती थी. मैं उनके सामने हमेशा मजबूत बने रहने की कोशिश करती.
सुतापा कहती हैं कि इरफान और मैं दोनों एक दूसरे से बिल्कुल जुदा थे, इरफान नाइट पर्सन थे और मैं डे.. इसलिए अपने काम की वजह से हम दोनों अलग-अलग कमरों में सोते थे, लेकिन आखिरी के 2 साल हम दोनों की जिंदगी एकदम बदल गई. उन दो सालों में हम एक ही बेड पर सोए. इस दौरान उन्होंने पहली बार कहा कि वो मुझे प्यार करते हैं, वो काफी दर्द में थे. वो भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन मुझे पता है कि वो आसपास ही हैं, खासतौर पर रात में, अगर बारिश होती है और उसकी कोई किताब गिर जाती है, तो मुझे लगता है कि वो मेरे करीब है. इरफान के आखिरी दिन का जिक्र करते हुए सुतापा कहती हैं-
सुतापा ने बताया कि इरफान को याद करते हुए वो उनकी मेडिकल फाइल को हमेशा पास रखती हैं, वो कहती हैं कि पता नहीं क्यों मैं ऐसा करती हूं. सुतापा ने 4 जनवरी को अपने बेटे के जन्मदिन पर लिखा - "मेरे साथ बिताए 32 में से 28 जन्मदिन याद नहीं रखने के लिए, जाओ इरफान फाइनली मैंने तुम्हें माफ किया...
सुतापा 24 जनवरी को इंस्टा पर लिखा था- 'मैंने परसों की रात तुम्हें बहुत याद किया. रात भर इतने सालों की सालगिरह की यादें याद आ गई. मेरे जन्मदिन को न मनाने और भूलने के बाद तुम्हारे कारणों को खुशी-खुशी स्वीकार करना सब याद आया और कल रात मैंने आपको आखिरकार बताया कि मुझे किस तरह से सेलिब्रेशन पसंद हैं और यह जन्मदिन के बारे में नहीं था, बल्कि सेलिब्रेशन के बारे में था, जो मैं आपके साथ मनाना चाहती थी.
सुतापा ने इरफान के साथ पहली मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा- 'पहली बार हम दोनों की मुलाकात नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में हुई थी. उस दौरान उनके साथ मैंने रैगिंग किया था. वो बहुत ही संस्कारी व्यक्ति थे, उन्होंने मेरे इतने बोलने के बाबजूद भी बस केवल यस मैम में जवाब दिया था,
बाद में जब उन्होंने मुझे अपने साथ नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के लिए एक्जाम देते देखा तो वह मुझसे नाराज हो गए थे, फिर भी मैं उनके ऊपर कोई ध्यान नहीं दिया. धीरे- धीरे हम दोनों के बीच बातें शुरू हुई और बाद में फिर हमने शादी कर ली. मैं हिन्दू थी और इरफान मुस्लिम, हमारे पिता तो शादी के लिए राजी थे, लेकिन हमारी मां इसके लिए राजी नहीं थी, लेकिन वक्त के साथ-साथ मेरी मां भी मान गईं.
इरफान खान की भले ही दुनिया में नहीं हैं, लेकिन अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए हमेशा याग किए जाते हैं. हिंदी फिल्मों के साथ-साथ उन्होंने हॉलीवुड की भी फिल्में कीं. 29 अप्रैल 2020 को उनका निधन हो गया था.
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