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साल 2020 के लिए ‘ब्रिटिश अकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन’ (बाफ्टा) में सबसे ज्यादा 7 ऑवार्ड फिल्म ‘1971’ को मिला. लेकिन जोकर के लिए बेस्ट एक्टर का ऑवार्ड जीतने वाले एक्टर जे फीनिक्स ने आरोप लगाया है, कि यह एक सुनियोजित नस्लवाद है. जहां अश्वेत लोगों को नजरअंदाज किया गया है.
दरअसल फिल्म ‘1971’ ब्रिटिश फिल्मकार सैम मैंडेस की वार पर बेस्ड फिल्म है. जिसे बाफ्टा 2020 में सबसे ज्यादा अवॉर्ड दिया गया है. जिसको लेकर जोकर फिल्म के लीड एक्टर ने नाराजगी जाहिर की है.
जनवरी में ‘ब्रिटिश एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन’ (बाफ्टा) और ‘एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स आर्ट्स एंड साइंसेज’ ने नामांकन की घोषणा की थी. जिसके बाद से ही उसके नामांकन में श्वेतों के बोलबाले का आरोप लग रहा था, और विविधता की कमी को लेकर भारी आलोचना भी की जा रही थी.
फीनिक्स ने ‘रॉयल एल्बर्ट हॉल’ को दिए एक इंटरव्यू में ऑवार्ड के नामों की घोषणा को लेकर असहमति जताते हुए कहा, ‘‘ मुझे नहीं लगता कि कोई भी खुद को हाथों हाथ लिए जाना या खास तरह के व्यवहार की अपेक्षा करता है, हालांकि हमारे साथ हर साल ऐसा ही व्यवहार होता आ रहा है. मुझे लगता है कि लोग चाहते हैं कि उन्हें उनके काम के लिए पहचाना और सराहा जाना चाहिए साथ ही इसके लिए उन्हें उचित सम्मान भी दिया जाना चाहिए.’’
अभिनेता ने कहा, ‘‘ मैंने यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ नहीं किया कि मैं जिस सेट पर काम कर रहा हूं वह समावेशी हो, बल्कि मेरा मानना है कि इन सेट का सभी संस्कृतियों का स्वागत करने वाला होना चाहिए . हमें सुनियोजित नस्लवाद समझने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है. मुझे लगता है कि यह उन लोगों का दायित्व है. जिन्होंने उत्पीड़न की एक प्रणाली तैयार की और उसका फायदा उठाया.”
बता दें कि ऑस्कर अवॉर्ड 9 फरवरी को हॉलीवुड के डॉलबाई थियेटर में दिए जाएंगे.
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