Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Entertainment Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019याद है ‘ललिताजी’ और ‘हमारा बजाज’? देखिए एलेक पद्मसी के बेस्ट ऐड

याद है ‘ललिताजी’ और ‘हमारा बजाज’? देखिए एलेक पद्मसी के बेस्ट ऐड

पद्मसी को कई यादगार भारतीय ऐड कैंपेन के पीछे के मास्टरमाइंड के तौर पर जाना जाता है.

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एलेक पद्मसी ने भारतीय टीवी कमर्शियल इंडस्ट्री को जो कुछ दिया है, वो अपने आप में एक मिसाल है.
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एलेक पद्मसी ने भारतीय टीवी कमर्शियल इंडस्ट्री को जो कुछ दिया है, वो अपने आप में एक मिसाल है.
(फोटो: altered by Quint Hindi) 

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ऐड गुरु और रंगमंच के मशहूर शख्सियत एलेक पद्मसी भले ही आज हमारे बीच मौजूद न हों, लेकिन उन्होंने भारतीय टीवी कमर्शियल इंडस्ट्री को जो कुछ दिया है, वो हमेशा अपने आप में एक मिसाल रहेगा. पद्मसी को कई यादगार भारतीय ऐड कैंपेन के पीछे के मास्टरमाइंड के तौर पर जाना जाता है. इनमें सर्फ की 'ललिताजी', झरने में नहाती 'लिरिल' गर्ल, 'हमारा बजाज' और एमआरएफ का 'मसल मैन' शामिल हैं.

80 और 90 के दशक में पैदा हुए बच्चों के जेहन में आज भी ये ऐड उनके बचपन की सुनहरी यादों का अनमोल हिस्सा हैं. उनके ऐसे ही कुछ चुनिंदा ऐड पर डालिए एक नजर:

लिरिल सोप

पद्मसी के बनाए इस सबसे लोकप्रिय ऐड के असर का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि कोडाईकनाल में जिस 'पंबर फॉल्स' पर इस ऐड को शूट किया गया था, उसे 'लिरिल फॉल्स' के नाम से जाना जाने लगा. झरने में बिकनी पहने बिंदास होकर नहाती मॉडल को दिखाता ये ऐड उस दौर के सोप ऐड्स के बीच एक ट्रेंडसेटर था. बाद में समय के साथ इसी कॉन्सेप्ट पर लिरिल के कई ऐड बने, जिनमें प्रीटी जिंटा भी नजर आईं. आधुनिक भारतीय विज्ञापन जगत के पितामह पद्मसी ने स्विम सूट को उस दौर के रूढ़िवादी समाज में घर-घर तक पहुंचा दिया.

सर्फ की 'ललिताजी'

'सर्फ की खरीदारी में ही समझदारी है' - अगर उस दौर में ट्विटर होता तो 'ललिताजी' की कही इस बात पर ढेरों मीम्स बनते. पद्मसी के सहयोगी और ऐड एजेंसी लियो बर्नेट के पूर्व चीफ क्रिएटिव ऑफिसर के वी श्रीधर, ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि इस ऐड को बनाने का कॉन्सेप्ट पद्मसी को कैसे आया. दरअसल पद्मसी ने देखा था कि उनकी मां कैसे मर्सिडीज बेंज में सब्जी बेचने वालों के पास पहुंचती और फिर उनसे मोलभाव करतीं. जब उन्होंने मां से इसकी वजह पूछी तो उन्होंने समझाया, 'बेटा, अच्छी चीज और सस्ती चीज में फर्क होता है.'  इस तरह ललिताजी का किरदार बना.

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हमारा बजाज

'बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर, हमारा बजाज'- इस धुन में जितनी सादगी थी, उतना ही अपनापन. यही वजह है कि ये ऐड लोगों के दिल को छू गया. इस ऐड में देशभक्ति की भावना भी नजर आई. उस दौर में बजाज चेतक स्कूटर पर सवार होना गर्व और शान का प्रतीक था. इस ऐड में उसी नब्ज को बखूबी पकड़ा गया.

चेरी ब्लॉसम

कॉमेडियन चार्ली चैपलिन की लोकप्रियता को इस ऐड में बड़े अच्छे तरीके से भुनाया गया, भले ही इसके लिए नकली चैपलिन का इस्तेमाल किया गया हो. पूरे ऐड को चार्ली चैपलिन की फिल्मों से हूबहू मिलान कराया गया. लिहाजा, ये मजेदार और असरदार दोनों ही था.

बता दें कि एलेक पद्मसी का 17 नवंबर को मुंबई में निधन हो गया था.

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Published: 19 Nov 2018,09:21 PM IST

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