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सिनेमा की दुनिया में दिलचस्पी रखने वालों के लिए ऑस्कर की शाम नेमत की तरह होती है. 10 मार्च को लॉस एंजेलिस के डॉल्बी थियेटर में ऑस्कर का रेड कारपेट सजेगा. ऑस्कर अवॉर्ड फिल्मों की दुनिया में दिया जाने वाला सबसे बड़ा अवॉर्ड (Academy Award) है. ऑस्कर अपने 96 साल पूरे कर रहा है. बेस्ट फिल्म का मुकाबला केवल दो फिल्मों के बीच माना जा रहा है, बार्बी और ओपनहाइमर. पूरे साल इन्हीं दो फिल्मों का जलवा रहा. आइए आपको बताते हैं ऑस्कर अवॉर्ड का इतिहास और ये किसे और कैसे दिया जाते है?
ऑस्कर का जन्म एक ऐसे वक्त में हुआ था जब फिल्मों की दुनिया पूरी तरह से बदल रही थी. पहली बोलती फिल्म ‘द जैज सिंगर’ 1927 में आई थी. साल 1929 में मई का महीना था जब हॉलीवुड के रूजवेल्ट होटल में काले कपड़ों में लिपटी फिल्मी हस्तियों की भीड़ पहुंची. उस समारोह की अध्यक्षता डगलस फेयरबैंक्स ने की थी जिन्हें ‘हॉलीवुड की जान’ माना जाता था. आज के ऑस्कर चमक-धमक से भरे चकाचौंध वाले होते हैं. तब ऐसा नहीं था, पहले एकेडमी अवार्ड की टिकट की कीमत महज $5 थी. वो कार्यक्रम केवल 15 मिनट तक चला था. विजेताओं के नाम की घोषणा 3 महीने पहले ही हो गई थी.
सोने की बनी इस प्रतिमा का नाम 'ऑस्कर' 1934 में लोकप्रिय हुआ. आज तक इसके पीछे की कहानी अनुमान पर ही टिकी है. एक प्रसिद्ध कहानी एकेडमी की लाइब्रेरियन मार्गरेट हेरिक से जुड़ी हुई है. उन्होंने देखा कि प्रतिमा उनके अंकल की तरह दिखती है, जिनका नाम ऑस्कर था. तभी से एकेडमी अवॉर्ड के लिए ये नाम बोला जाने लगा.
ऑस्कर देने वाली कंपनी का नाम है 'एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज' जिसकी स्थापना साल 1927 में हुई थी. इसी वजह से इस अवॉर्ड का शुरुआती नाम एकेडमी अवॉर्ड था. तब कुल 36 मूल सदस्यों में केवल 3 महिलाएं ही शामिल थी.
आज भी ऑस्कर कमेटी में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को लेकर आलोचना होती है. जब से ऑस्कर अवॉर्ड बने हैं तब से आज तक केवल 3 महिला निर्देशकों को ही इससे सम्मानित किया गया है.
सबसे पहले एकेडमी अवॉर्ड कुल 12 कैटेगरी में दिए गए थे. लेकिन अगले ही साल ये संख्या सीधे 7 हो गई. शुरुआती कैटेगरी में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ डायरेक्टर जैसी कैटेगरी शामिल हैं. निर्देशन में दो कैटेगरी में अवॉर्ड दिए गए - एक कॉमेडी और दूसरा ड्रामा.
अब जबकि ऑस्कर अपने 96 साल पूरे कर रहा है, इसमें कुल 24 कैटेगरी में अवार्ड दिए जाते हैं. कभी-कभी कुछ खास श्रेणियों में भी पुरस्कार दिये जाते हैं.
ऑस्कर देने वाली एकेडमी के कुल सदस्य इस वक्त 10,000 से ज्यादा हैं, लेकिन वोट करने का अधिकार केवल 9,500 लोगों के पास है. ऑस्कर की कैटेगरी के आधार पर कई ब्रांच होती हैं. सभी फिल्में जो लॉस एंजेलिस के थिएटर में दिखाई गई हो, वो नामांकन के योग्य होती हैं. हर केटेगरी के मेंम्बर उस कैटेगरी के अवार्ड के लिए किसी को नामित कर सकता है.
विजेताओं के चयन के लिए फाइनल राउंड की वोटिंग होती है. जब नॉमिनेशन पूरे हो जाते हैं तो मेम्बर वोट देकर विजेता का फैसला करते हैं. लेकिन बड़े फिल्म निर्माता अपनी फिल्म को जिताने के लिए प्रचार के कई हथकंडे अपनाते हैं. कुल मिला कर जो जितना पैसा बहता है उसे उतना ही फायदा होता है. ऑस्कर का पूरा प्रोसेस काफी खर्चीला है. ध्यान देने कि बात ये है कि एकेडमी के ज्यादातर सदस्य श्वेत और पुरुष ही हैं.
द होल्डओवर्स
अमेरिकन फिक्शन
द जोन ऑफ इंटरेस्ट
बार्बी
ओपेनहाइमर
पुअर थिंग्स
पास्ट लाइव्स
एनॉटमी ऑफ ए फॉल
मैस्ट्रो
किलर्स ऑफ द फ्लॉवर मून
ऑस्कर सेरेमनी इस साल 10 मार्च को है. अक्सर ये विवादों से जुड़ी रहती है. इस साल की दो सबसे बड़ी फिल्में बार्बी और ओपनहाइमर है. इसी लिहाज से माना जा रहा है कि इन्हीं फिल्मों में से एक को ऑस्कर मिलेगा.
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