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भारतीय डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म "टू किल ए टाइगर" (To Kill a Tiger) ऑस्कर (Oscars) के लिए नॉमिनेट हुई है. इसे बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म कैटेगरी में 96वें एकेडमी पुरस्कार/ ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है. इसके अलावा "बॉबी वाइन: द पीपल्स प्रेसिडेंट", "द इटरनल मेमोरी", "फोर डॉटर्स", "20 डेज इन मारियुपोल" को भी इस कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया है.
यह डॉक्यूमेंट्री एक जघन्य और दर्दनाक अपराध की ओर ध्यान आकर्षित करती है. साथ ही घटना के बाद न्याय की कठिन लड़ाई में उसके माता-पिता के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी रोशनी डालती है.
डॉक्यूमेंट्री - 'टू किल ए टाइगर' एक सामान्य व्यक्ति की कठिन परिस्थितियों और भावनात्मक यात्रा को दर्शाती है.
डॉक्यूमेंट्री को समाज के एक चुनौतीपूर्ण विषय को दिखाने के लिए खूब प्रशंसा मिल रही है. साथ ही इस में न्याय और जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया गया है.
'टू किल ए टाइगर' को पिछले साल उत्तरी अमेरिका में रिलीज किया गया था. यह इस डॉक्यूमेंट्री के लिए एक अद्भूत उपलब्धि थी. जहां इस डॉक्यूमेंट्री को ब्रिटिश-इंडियन एक्टर देव पटेल, भारतीय-अमेरिकी एक्ट्रेस मिंडी कलिंग और इंडो-कनाडाई कवि रूपी कौर ने अपना समर्थन दिया है.
ऑस्कर के लिए नॉमिनेट होने पर टीआईएफएफ (TIFF) जूरी ने इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म पर टिप्पणी करते हुए कहा, प्यार पर फिल्म बनाना आसान नहीं है. निशा पाहुजा की "टू किल ए टाइगर" में, एक पिता अपनी बेटी की रक्षा करता है, और साथ में वे एक गांव, एक देश और शायद दुनिया को बदलने का काम करता है.
निशा पाहुजा ने एक बयान में कहा, "यह फिल्म उनके जीवन में एक बहुत ही दर्दनाक समय का रिकॉर्ड थी. इसमें एक असाधारण परिवार के असीम प्यार और ताकत को भी दर्शाया गया है, जिसमें शर्मिंदा होने और छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है."
96वां ऑस्कर अवॉर्ड शो 10 मार्च को आयोजित किया जाएगा. इसे लॉस एंजिल्स के डॉल्बी थिएटर में जिमी किमेल होस्ट करेंगे.
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